फर्जी दस्तावेजों से अधिवक्ता बना व्यक्ति, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
जमशेदपुर ।जिला न्यायालय जमशेदपुर में अधिवक्ता के रूप में कार्यरत अमित कुमार श्रीवास्तव उर्फ अमित वर्मा पर फर्जी शैक्षणिक प्रमाण-पत्र, अंक सूची और आचरण प्रमाण-पत्र के आधार पर खुद को अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत कराने का आरोप लगा है। इस संबंध में अधिवक्ता श्रीराम दुबे ने बिष्टुपुर थाना प्रभारी को लिखित शिकायत देकर प्राथमिकी दर्ज करने और कानूनी कार्रवाई की मांग की थी, जिसके आधार पर बिष्टुपुर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा संख्या 43/2025 दर्ज किया है। जिसमें धारा 420,467,468,471,472,120 b आई पीसी के तहत संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। यह पूरा मामला एस एस पी की निगरानी में है।
शिकायतकर्ता अधिवक्ता श्रीराम दुबे के अनुसार, अमित कुमार श्रीवास्तव उर्फ अमित वर्मा ने जाली दस्तावेजों के जरिए झारखंड स्टेट बार काउंसिल, बार काउंसिल ऑफ इंडिया और जिला बार एसोसिएशन जमशेदपुर में खुद को अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत कराया और वर्षों से इस पेशे में कार्य कर रहा है। अधिवक्ता दुबे का कहना है कि इस तरह की धोखाधड़ी से न्यायपालिका, अधिवक्ता समुदाय और आम जनता के साथ गंभीर अपराध हुआ है, जिसकी निष्पक्ष जांच और कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
शिकायत में बताया गया कि आरोपी अमित वर्मा की जन्मतिथि 15 अगस्त 1970 है और वह वर्तमान में क्वार्टर नंबर 138, टीआर टाइप, ओल्ड गंडक रोड, विवेकानंद स्कूल के समीप, साकची, जमशेदपुर में निवास करता है। अधिवक्ता श्रीराम दुबे ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के तहत कार्रवाई की अपील की है।
बिष्टुपुर थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सभी आवश्यक दस्तावेजों की जांच की जाएगी और यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के सामने आने के बाद कानूनी जगत में हलचल मच गई है और अधिवक्ता समुदाय ने भी इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
