Bihar Politics: प्रशांत किशोर का NDA पर चौतरफा हमला, सम्राट-मंगल पांडेय के बाद अब संजय जायसवाल पर लगाए गंभीर आरोप
प्रशांत किशोर ने सम्राट चौधरी, मंगल पांडेय समेत BJP के बड़े नेताओं पर लगाए अकूत संपत्ति के आरोप।

Bihar Politics: बिहार की राजनीति में जन सुराज यात्रा के माध्यम से अपनी पैठ बना रहे प्रशांत किशोर (पीके) ने विधानसभा चुनाव 2025 से पहले एनडीए (NDA) के खिलाफ अपना हमला और भी तेज कर दिया है। जेडीयू मंत्री अशोक चौधरी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाने और उनसे कानूनी लड़ाई शुरू करने के बाद, अब प्रशांत किशोर ने बीजेपी के शीर्ष नेताओं को अपने निशाने पर ले लिया है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल समेत कई बड़े नेताओं पर भ्रष्टाचार के जरिए अकूत संपत्ति बनाने का आरोप लगाया है, जिससे बिहार की सियासत में भूचाल आ गया है।
पीके ने एनडीए के कई बड़े चेहरों पर साधा निशाना
प्रशांत किशोर ने अपने हालिया बयानों में एक-एक कर एनडीए के कई बड़े चेहरों पर निशाना साधा है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर हमला बोलते हुए उनकी संपत्ति पर सवाल उठाए। इसके बाद, उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को घेरते हुए आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग में भारी भ्रष्टाचार है और कोरोना काल में हुई खरीद-फरोख्त की भी जांच होनी चाहिए।
अपनी इस ‘हिटलिस्ट’ में उन्होंने एक और बड़ा नाम बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद डॉ. संजय जायसवाल का जोड़ा है। पीके ने आरोप लगाया है कि इन सभी नेताओं ने अपने राजनीतिक पद का दुरुपयोग करके भारी संपत्ति अर्जित की
सबूत हैं मेरे पास, सही समय पर करूंगा खुलासा
प्रशांत किशोर सिर्फ मौखिक आरोप ही नहीं लगा रहे हैं, बल्कि वह यह भी दावा कर रहे हैं कि उनके पास इन सभी नेताओं के खिलाफ पुख्ता सबूत और दस्तावेज मौजूद हैं। उन्होंने कहा है कि वह सही समय आने पर इन सभी सबूतों को जनता के सामने रखेंगे। पीके की इस रणनीति को चुनाव से पहले एनडीए के ‘ईमानदार’ और ‘भ्रष्टाचार-मुक्त’ शासन के दावे पर सीधा हमला माना जा रहा है।
अशोक चौधरी से पहले ही चल रही है कानूनी लड़ाई
यह पहली बार नहीं है जब पीके ने किसी बड़े नेता पर ऐसे आरोप लगाए हैं। इससे पहले, उन्होंने जेडीयू के कद्दावर मंत्री अशोक चौधरी पर 200 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति का आरोप लगाया था, जिसके बाद अशोक चौधरी ने उन्हें 100 करोड़ रुपये का मानहानि का नोटिस भेजा है। यह मामला अब अदालत में है। ऐसा लगता है कि पीके अब उसी रणनीति को बीजेपी नेताओं के खिलाफ भी अपना रहे हैं।