विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप: सचिन यादव ने नीरज चोपड़ा को पछाड़ा, दोनों को ही नहीं मिला मैडल

विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के भाला फेंक (जैवलिन थ्रो) फाइनल में भारत के सचिन यादव ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 86.27 मीटर का अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया और चौथे स्थान पर रहे। हालांकि, वह कांस्य पदक से थोड़ा पीछे रह गए।
इस बार भारत के दिग्गज नीरज चोपड़ा अपने खिताब की रक्षा नहीं कर सके। वह सिर्फ 84.03 मीटर तक ही भाला फेंक पाए, जो उनके क्वालिफिकेशन थ्रो (84.85 मीटर) से भी कम रहा। यह पहला मौका है जब टोक्यो ओलंपिक 2021 के बाद नीरज किसी बड़े टूर्नामेंट से पदक के बिना लौटे हैं।
पदक जीतने वाले खिलाड़ी:
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स्वर्ण पदक – त्रिनिदाद और टोबैगो के केशोर्न वालकॉट (88.16 मीटर, सीज़न का सर्वश्रेष्ठ थ्रो)
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रजत पदक – ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स (87.38 मीटर)
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कांस्य पदक – अमेरिका के कर्टिस थॉम्पसन (86.67 मीटर)
पाकिस्तान के अरशद नदीम, जो मौजूदा ओलंपिक चैंपियन हैं, इस बार लय में नहीं दिखे और सिर्फ 10वें स्थान पर रहे।
फाइनल से पहले क्वालीफिकेशन में नीरज चोपड़ा ने 84.85 मीटर का थ्रो कर कुल छठा स्थान हासिल किया था। वहीं अरशद नदीम ने शुरुआत में कमजोर प्रदर्शन किया और पहले दो प्रयासों में क्रमशः 76.99 मीटर और 74.17 मीटर तक ही भाला फेंका। लेकिन तीसरे प्रयास में उन्होंने 85.28 मीटर का थ्रो कर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
चोपड़ा बनाम नदीम की टक्कर
पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद पहली बार नीरज चोपड़ा और अरशद नदीम आमने-सामने हुए। पेरिस में नदीम ने 92.97 मीटर का जबरदस्त थ्रो कर स्वर्ण जीता था, जबकि नीरज 89.45 मीटर के साथ रजत पदक पर रहे थे।
नदीम ने इस साल सिर्फ एक टूर्नामेंट खेला था – मई में कोरिया में एशियाई चैंपियनशिप, जहाँ उन्होंने गोल्ड मेडल जीता। लेकिन जुलाई में उनके घुटने का ऑपरेशन हुआ, जिससे उनकी तैयारी प्रभावित हुई।
पिछले साल बुडापेस्ट में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में नीरज ने 88.17 मीटर का थ्रो कर स्वर्ण पदक जीता था। उस समय अरशद नदीम दूसरे स्थान पर और वालकॉट तीसरे स्थान पर रहे थे। भारत के किशोर जेना पांचवें और डीपी मनु छठे स्थान पर रहे थे।