Dhanbad Gas Leak Tragedy: झारखंड के धनबाद जिले के केंदुआडीह इलाके में बंद पड़ी कोयला खदान से जहरीली गैस रिसाव ने दो महिलाओं की जान ले ली। बुधवार से शुरू हुई यह घटना गुरुवार को और गंभीर हो गई। कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी जहरीली गैस जमीन से निकल रही है, जिससे राजपूत बस्ती, मस्जिद मोहल्ला और ऑफिसर्स कॉलोनी में हड़कंप मच गया। प्रियंका देवी और ललिता देवी की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से ज्यादा लोग बीमार होकर अस्पताल पहुंचे। कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ, उल्टी और चक्कर की शिकायत है। बीसीसीएल की बंद खदान नंबर 13-14 में भूमिगत आग और भू-धंसान की वजह से गैस दबाव बनकर बाहर निकल रही है। छोटे-छोटे गांवों और बस्तियों के लोग जो कोयला क्षेत्रों के पास रहते हैं, वे सबसे ज्यादा खतरे में हैं। प्रशासन ने तंबू लगाकर अस्थायी आश्रय दिया है, लेकिन लोग असंतुष्ट हैं।
गैस रिसाव की वजह और प्रभावित इलाका
यह हादसा केंदुआडीह थाना क्षेत्र के चिल्ड्रन पार्क के पास हुआ। बंद पड़ी भूमिगत कोलियरी में सालों से जमा गैस दरारों से बाहर आ रही है। गैस का स्तर 50 पीपीएम से ज्यादा दर्ज किया गया, जो जानलेवा है। प्रभावित क्षेत्र में करीब 400 फीट तक गैस फैल चुकी है। लोग आंखों में जलन, सांस की तकलीफ और बेहोशी की शिकायत कर रहे हैं। कुछ पक्षी और जानवर भी मर गए। बीसीसीएल अधिकारियों ने बताया कि खदान 15 साल से बंद है और दबाव की वजह से गैस निकल रही है। डीजीएमएस की टीम जांच कर रही है, लेकिन रिसाव अभी रुका नहीं है।
लोगों का गुस्सा और प्रशासन की कार्रवाई
घटना के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया। गुरुवार को धनबाद-रांची मुख्य मार्ग जाम कर दिया गया। लोग टायर जलाकर पुनर्वास की मांग कर रहे हैं। पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि पहले गैस रिसाव रोका जाए और तकनीकी संस्थानों से मदद ली जाए। प्रशासन ने इलाका खाली कराने की अपील की है। स्वास्थ्य टीम मौके पर जांच कर रही है। केंद्र सरकार का मास्टर प्लान है जिसमें 81 खतरे वाले इलाकों से 16 हजार परिवारों को पुनर्वासित करना है। लेकिन देरी से लोग नाराज हैं। प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं, लेकिन स्थिति अभी नियंत्रण में नहीं आई। लोग सुरक्षित जगह की मांग कर रहे हैं।



