
Bihar News: पटना के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल PMCH में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। मुजफ्फरपुर से इलाज के लिए लाई गई 14 साल की रेप पीड़िता को चार घंटे तक एंबुलेंस में तड़पना पड़ा, क्योंकि अस्पताल में उसे तुरंत भर्ती नहीं किया गया। इस मामले ने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है। बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार राम के हस्तक्षेप के बाद ही पीड़िता को भर्ती किया गया।
अस्पताल की लापरवाही हुई उजागर
मुजफ्फरपुर की इस नाबालिग दलित लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना ने पहले ही लोगों को झकझोर दिया था। गंभीर हालत में उसे PMCH लाया गया, लेकिन वहां उसे तुरंत इलाज नहीं मिला। चार घंटे तक एंबुलेंस में इंतजार करना पड़ा, जबकि अस्पताल के कर्मचारी और अधिकारी कथित तौर पर आराम फरमा रहे थे। यह घटना सोशल मीडिया पर भी चर्चा में रही, जहां लोगों ने इसे बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का सबूत बताया।
कांग्रेस नेताओं का हस्तक्षेप
बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार राम को जब इस मामले की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत PMCH पहुंचकर स्थिति को संभाला। उनके दबाव के बाद ही पीड़िता को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। कांग्रेस नेताओं ने इस घटना को लेकर नीतीश सरकार पर तीखा हमला बोला और इसे दलित समुदाय के प्रति उपेक्षा का प्रतीक बताया।
बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल
यह घटना बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है। PMCH जैसे बड़े अस्पताल में अगर गंभीर मरीज को समय पर इलाज न मिले, तो यह व्यवस्था की नाकामी को दर्शाता है। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना को “डबल इंजन सरकार” की विफलता से जोड़ा और मांग की कि ऐसी लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई हो।
समाज में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
इस घटना ने न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को उजागर किया, बल्कि दलित और कमजोर वर्गों के साथ होने वाले भेदभाव को भी सामने लाया। लोगों ने मांग की है कि पीड़िता को न्याय मिले और अस्पताल प्रशासन की जवाबदेही तय हो। यह मामला बिहार की राजनीति और समाज में लंबे समय तक चर्चा का विषय बना रहेगा।

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