Pyaj Mandi Bhav: प्याज़ के रेट में तेजी जारी, जानें 26 जून 2025 के ताज़ा भाव
प्याज मंडी भाव, 26 जून 2025 को उत्तर प्रदेश, बिहार में ₹1400-₹2000/क्विंटल

Pyaj Mandi Bhav: आज देशभर के किसानों, व्यापारियों और आम लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। प्याज, जो हर रसोई का जरूरी हिस्सा है, इसके दाम में उतार-चढ़ाव सभी को प्रभावित करते हैं। 26 जून 2025 को, विभिन्न मंडियों में प्याज के ताजा भाव सामने आए हैं, जो उपभोक्ताओं और व्यापारियों के लिए उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। इस खबर में हम उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य प्रमुख राज्यों के प्याज के मंडी भाव, साथ ही बाजार के रुझानों को समझाएंगे।
उत्तर प्रदेश और बिहार में प्याज के दाम
उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में प्याज की कीमतें किसानों और उपभोक्ताओं के लिए खास मायने रखती हैं। 23 जून 2025 के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देशभर में प्याज की औसत कीमत ₹1714.51 प्रति क्विंटल है। सबसे कम कीमत ₹100 प्रति क्विंटल और सबसे अधिक कीमत ₹10,000 प्रति क्विंटल दर्ज की गई है। यानी, प्रति किलोग्राम प्याज का औसत दाम ₹17.15 है।
उत्तर प्रदेश में प्याज का मंडी भाव
उत्तर प्रदेश की मंडियों, जैसे लखनऊ और रायबरेली, में प्याज के दाम स्थिर हैं। लखनऊ में 10 जून 2025 को प्याज का औसत भाव ₹1500-₹2000 प्रति क्विंटल रहा। रायबरेली में भी इसी तरह के दाम देखे गए। छोटे शहरों और गाँवों में प्याज की खुदरा कीमत ₹20-₹25 प्रति किलोग्राम के आसपास है, जो आम लोगों के लिए किफायती है।
बिहार में प्याज का बाजार भाव
बिहार की मंडियों, जैसे पटना, में प्याज के दाम में थोड़ा उतार-चढ़ाव देखा गया। 15 अप्रैल 2025 को पटना में प्याज का भाव ₹1400-₹1800 प्रति क्विंटल रहा। ग्रामीण क्षेत्रों में खुदरा दाम ₹18-₹22 प्रति किलोग्राम के बीच हैं। बारिश के मौसम के कारण सप्लाई में कुछ कमी देखी गई, जिससे दामों में हल्का उछाल आया।
अन्य राज्यों में प्याज की कीमतें
महाराष्ट्र में प्याज के दाम काफी ऊँचे हैं। 17 जून 2025 को, महाराष्ट्र की मंडियों में औसत कीमत ₹21,074.29 प्रति क्विंटल थी, जिसमें सबसे अधिक कीमत ₹2,20,000 प्रति क्विंटल तक गई। यह उच्च दाम खासकर लासलगांव (निफाड) जैसी प्रमुख मंडियों में देखे गए। मध्य प्रदेश, राजस्थान, और ओडिशा में भी प्याज के दाम ₹1200-₹2500 प्रति क्विंटल के बीच रहे।
Pyaj Mandi Bhav: बाजार के रुझान और भविष्यवाणी
प्याज की कीमतों में उतार-चढ़ाव का मुख्य कारण मौसम और सप्लाई है। बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में फसल को नुकसान हुआ, जिससे कीमतें बढ़ीं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ हफ्तों में नई फसल के आने से दाम स्थिर हो सकते हैं। किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे मंडी भाव पर नजर रखें और सही समय पर बिक्री करें।

Writer