
Bihar Chunav 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। चुनाव आयोग ने मतदाताओं की सुविधा के लिए बड़ा कदम उठाया है। राज्य में 12,000 नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिससे अब कुल मतदान केंद्रों की संख्या 98,498 हो गई है।
मतदाताओं की सुविधा के लिए नया कदम
चुनाव आयोग ने बताया कि नए मतदान केंद्र बनाने का मकसद मतदाताओं को वोट डालने में आसानी देना है। पहले कई लोग मतदान केंद्रों की दूरी के कारण वोट नहीं डाल पाते थे। अब नए केंद्र बनने से लोग कम दूरी तय करके अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। खासकर ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों में रहने वाले लोगों को इसका बड़ा फायदा होगा।
क्यों बनाए गए नए मतदान केंद्र?
बिहार में मतदाता सूची में बदलाव का काम भी तेजी से चल रहा है। 7 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं में से 5 करोड़ ने अपने मोबाइल नंबर दर्ज कराए हैं। नए मतदान केंद्रों से न सिर्फ मतदाताओं की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि वोटिंग प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने में भी मदद मिलेगी।
चुनाव आयोग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि हर मतदान केंद्र पर जरूरी सुविधाएं जैसे पानी, शौचालय और छाया की व्यवस्था हो। साथ ही, बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी
बिहार में विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2025 में होने की संभावना है। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को खत्म होगा। इससे पहले चुनाव आयोग सभी तैयारियां पूरी कर लेना चाहता है।
Bihar Chunav 2025: सियासी हलचल और मतदाता सूची विवाद
हाल ही में मतदाता सूची से 35.5 लाख नाम हटाए जाने की खबर ने सियासी माहौल गर्म कर दिया है। विपक्षी महागठबंधन ने इसे गरीब और दलित मतदाताओं को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। हालांकि, चुनाव आयोग का कहना है कि यह कदम मृत, स्थानांतरित और दोहरे पंजीकरण वाले मतदाताओं को हटाने के लिए उठाया गया है।
मोबाइल ऐप से वोटिंग की सुविधा
बिहार में पहली बार मोबाइल ऐप के जरिए वोटिंग की सुविधा भी शुरू की गई है। यह सुविधा खासकर उन लोगों के लिए है जो मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच सकते, जैसे बुजुर्ग, दिव्यांग और प्रवासी मजदूर। इसके लिए e-SECBHR ऐप डाउनलोड करना होगा।