
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) को लेकर कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों को खारिज किया। जोशी ने ने एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि राहुल गांधी ने खुद 2024 में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदाता सूची में गड़बड़ियों को ठीक करने की मांग की थी।
जोशी का बयान
प्रह्लाद जोशी ने कहा, “कांग्रेस के राहुल गांधी क्या यह भूल गए कि उन्होंने खुद पत्र लिखकर कहा था कि वोटर तालिका में गलतियां हैं, उन्हें ठीक किया जाए? अब जब चुनाव आयोग SIR के जरिए मतदाता सूची को अपडेट कर रहा है, तो कांग्रेस को आपत्ति क्यों हो रही है?” उन्होंने आगे कहा, “SIR की प्रक्रिया पहले भी कई बार हो चुकी है, और इसकी प्रक्रिया वही है जो पहले थी। अगर कोई बदलाव आया है, तो वह तकनीक का है।”
जोशी ने यह भी स्पष्ट किया कि विशेष गहन पुनरीक्षण का उद्देश्य मतदाता सूची को और पारदर्शी बनाना है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया मृत मतदाताओं के नाम हटाने, नए 18 वर्षीय मतदाताओं को जोड़ने, और स्थानांतरण के मामलों को अपडेट करने के लिए की जा रही है।
बिहार में 25 जून 2025 से शुरू हुए विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत मतदाता सूची को अपडेट किया जा रहा है। यह प्रक्रिया 2003 के बाद पहली बार इतने बड़े पैमाने पर हो रही है। इसके तहत 24 जून 2025 तक मतदाता सूची में शामिल लोगों को गणना फॉर्म भरना होगा, और 2004 के बाद जुड़े या नए 18 वर्षीय मतदाताओं को जन्म और निवास के प्रमाण के लिए 11 निर्धारित दस्तावेजों में से एक जमा करना होगा। बिहार में 7.89 करोड़ मतदाताओं में से 4.96 करोड़ के लिए केवल फॉर्म पर्याप्त है, जबकि 2.93 करोड़ को अतिरिक्त दस्तावेज देना होगा।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, या ड्राइविंग लाइसेंस जैसे दस्तावेज स्वीकार नहीं होंगे। गणना फॉर्म न जमा करने पर 1 जुलाई 2025 से बनने वाली नई मतदाता सूची में नाम हटाया जा सकता है।
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस ने SIR को “वोटर दमन” का प्रयास बताते हुए आरोप लगाया कि यह प्रक्रिया खासकर अल्पसंख्यक और कमजोर वर्गों को मतदाता सूची से हटाने की साजिश है। पार्टी ने दावा किया कि बिहार में 2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की बढ़त से सत्तारूढ़ एनडीए परेशान है, और SIR इसका जवाब है।
जोशी का पलटवार
जोशी ने कांग्रेस के आरोपों को “बेबुनियाद” करार देते हुए कहा, “कांग्रेस को अगर मतदाता सूची में सुधार से दिक्कत है, तो वे पहले अपने नेता राहुल गांधी से पूछें, जिन्होंने इसकी मांग की थी।” उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था है, और उसकी प्रक्रिया पर सवाल उठाना उचित नहीं है। जोशी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब भी SIR हुआ था। अब वे इसे मुद्दा क्यों बना रहे हैं?”
यह विवाद ऐसे समय में उभरा है, जब बिहार में 2025 के अंत में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। SIR के बाद मतदाता सूची में बड़े बदलाव की आशंका ने विपक्षी दलों को हमलावर बनाया है। जोशी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा भ्रष्टाचार और गलत नीतियों को बढ़ावा दिया, और अब वे चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
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