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Promotion of eco-tourism in Jharkhand: एक साथ नेतरहाट पहुंचे पचास कंटेंट क्रिएटर्स

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झारखंड -केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) और झारखंड पर्यटन निदेशालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय कंटेन्ट क्रीऐशन वर्कशॉप के पांचवे दिन प्रतिभागियों को फील्ड विजिट के लिए नेतरहाट ले जाया गया। कार्यशाला में सम्मिलित कुल पचास प्रतिभागियों को पांच -पांच की संख्या में, दस समूह में विभाजित किया गया। फील्ड विजिट असाइनमेंट के तौर पर सभी समूहों ने नेतरहाट के विभिन्न पर्यटन स्थलों के दृश्यों पर आधारित सोशल मीडिया सामग्री तैयार किया। उनके मार्गदर्शन के लिए मौके पर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निरंजन कुजूर, सेरल मुर्मू, परवेज रहमान, मनीष कुमार,जनसंचार विभाग के सीनियर तकनीकी सहायक अजेंगा पमेई, शोधार्थी ऋषि राज लामा मौजूद थे। जिन्होंने प्रतिभागियों को कंटेंट क्रिएशन में मार्गदर्शन दिया।
प्रतिभागियों ने नेतरहाट के कोयल व्यू प्वाइंट, मैगनोलिया सनसेट प्वाइंट सहित अन्य मनोरम दृश्यों का लुत्फ उठाया। प्रतिभागियों ने नेतरहाट के सौंदर्य की प्रशंसा की साथ ही इस अवसर के लिए झारखंड पर्यटन निदेशालय एवं झारखंड केंद्रीय विश्विद्यालय का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर जनसंचार विभाग के डीन प्रो.देवव्रत सिंह, सह- प्राध्यापक डॉ. अमरेंद्र कुमार एवं सहायक प्राध्यापक डॉ. अमृत कुमार मौजूद रहे।
जनसंचार विभाग के डीन प्रो.देवव्रत सिंह ने कहा की झारखंड के सौंदर्य से देश के लोग अभी अपरिचित हैं। इस कार्यशाला के जरिए देश के अलग अलग हिस्सों से आए हुए कंटेंट क्रिएटर्स के माध्यम से झारखंड के पर्यटन को नई पहुंच मिलेगी। साथ ही प्रतिभागियों को कंटेंट क्रिएशन का नया परिप्रेक्ष भी मिलेगा।
इस कार्यशाला का संयोजन केंद्रीय विश्वविद्याल झारखंड के जनसंचार विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. सुदर्शन यादव कर रहे हैं। डॉ. अमृत कुमार कार्यक्रम के सह संयोजक हैं। इन दोनों ने इस कार्यशाला के माध्यम से देश के अलग अलग हिस्सों के कंटेंट क्रिएटर्स को सफलता पूर्वक एक मंच पर ला दिया है।

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