भगवान सूर्य के आशीर्वाद से आज सोने की तरह चमकेगा इन 5 राशियों का भाग्य, अटके काम भी होंगे पूरे; जानें सभी 12 राशियों का राशिफल
दैनिक पंचांग एवं राशिफल 08::11::2024 शुक्रवार सप्तमी तिथि 🙏
🕉️ ॐ नमः शिवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे 🚩
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🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार
नोट - विशेष आवश्यकता में, नौकरी करने में या नौकरी ज्वाइन करने में, विद्यार्थी को पंचक राहुकाल आदि यात्रा विचार नहीं
इसी प्रकार चौबीस घंटे के अंदर वापसी हो तो दिशाशूल नहीं लगता है
दिशा शूल ज्ञान --
रविवार और शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
सोमवार और शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए
मंगलवार और बुधवार को उत्तर दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए और गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए
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मंगला मंगली विचार --
मंगल यदि प्रथम चतुर्थ सप्तम अष्टम या द्वादश भाव में हो तो मंगला मंगली दोष होता है किन्तु वही मंगल यदि अपने घर में हों या उच्च के हों या अपने सप्तम भाव को देख रहे हों या मंगल लग्नेश या भाग्येश हों या फिर मंगल पर शनि राहु और वृहस्पति का प्रभाव हो तो मंगल दोष समाप्त हो जाता है
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नाड़ी दोष समाप्त कैसे होता है -
वर वधू की नाड़ी एक हो तो नाड़ी दोष लगता है और विवाह अच्छा नहीं माना जाता है किन्तु यदि वर वधू का नक्षत्र अलग अलग हो तो नाड़ी दोष समाप्त हो जाता है।वर वधू का नक्षत्र भी एक हो किंतु चरण अलग अलग हो तो उस स्थिति में भी नाड़ी दोष समाप्त हो जाता है और वर वधू की नाड़ी एक रहते हुए भी वैवाहिक जीवन शुभ होता है
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट
नोट- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें।
लाभ में व्यापार करें।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें।
🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।
महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
*💮
🚩भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮 *आपका आज का दिन आपके अच्छे विचारों अच्छी दिनचर्या एवं अच्छे प्रयासों से प्रभावित होगा। अच्छे प्रयासों और कर्मनिष्ठ दिनचर्या से नकारात्मक ग्रह भी अच्छे परिणाम देने लगते हैं इसलिए राशिफल को आधार बनाकर आज का दिन मत व्यतीत कीजिए
💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮
शाकेन रोगा वर्ध्दते पयसो वर्ध्दते तनुः ।
घृतेन वर्ध्दते वीर्यं मांसान्मासं प्रवर्ध्दते ।।
।। चा o नी o।।
शाक से रोग, दूध से शरीर, घी से वीर्य और मांस से मांस की वृध्दि होती है।
🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩
गीता -: ज्ञानकर्मसन्यास योग अo-04
गतसङ्गस्य मुक्तस्य ज्ञानावस्थितचेतसः ।,
यज्ञायाचरतः कर्म समग्रं प्रविलीयते ॥,
जिसकी आसक्ति सर्वथा नष्ट हो गई है, जो देहाभिमान और ममता से रहित हो गया है, जिसका चित्त निरन्तर परमात्मा के ज्ञान में स्थित रहता है- ऐसा केवल यज्ञसम्पादन के लिए कर्म करने वाले मनुष्य के सम्पूर्ण कर्म भलीभाँति विलीन हो जाते हैं॥,23॥,
💮🚩 नाम राशि और जन्म की राशि कहां कहां --
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।
🌺 मिथिला पंचांग के अनुसार निम्न पंचांग --
(यहां काशी पंचांग के अनुसार सबकुछ है इसके तिथि और नक्षत्र आदि के समय में नौ मिनट जोड़ देने से मिथिला का पंचांग हो जाता है)
🙏श्री शुभ संवत् २०८१
🕉️ श्री शक संवत् १९४६
🌺 काशी पंचांग में सूर्योदय --०६::३२
🙏 सूर्यास्त --०५::२८
🕉️ कार्त्तिक मास शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि रात्रि में --०७::५८ मिनट तक इसके बाद अष्टमी तिथि
🌺 उत्तर आषाढ़ नक्षत्र दिन में --०९::२६ मिनट तक इसके बाद श्रवण नक्षत्र
🙏शूल योग प्रातः काल --०६::५४ मिनट तक इसके बाद गण्ड योग रात्रि शेष भोर में सूर्योदय से पहले ०४::४३ मिनट तक इसके बाद वृद्धि योग
🕉️ आज का राहुकाल दिन में -- चौबीस घंटे तक शुभ मुहूर्त
🌺 आज का अभिजीत मुहूर्त --
आज का अमृत काल--
🙏 आज जिनका जन्मदिन है उन्हें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏 हैप्पी बर्थ डे। जन्मदिन के पवित्र अवसर पर आप सरसों तेल या घी के पांच दीये जलाइये जिससे कि आपके जीवन में भी सफलता सुख समृद्धि का प्रकाश जगमाता रहे और भगवान से अपने और अपने परिवार के लिए मंगलकारी जीवन की कामना कीजिए मोमबत्ती या दीया बुझाइए नहीं। दूसरी बात कि आप अपनी आयु मत बताइए आयु की संख्या के अनुसार मोमबत्ती या फिर दीये मत जलाइये इससे आपकी आयु क्षीण होती है सुख समृद्धि में कमी आती है लोगों की बुरी नजर लग जाती है भगवान को प्रसाद चढ़ाएं और मिलकर ग्रहण करें🙏🙏
🕉️ आज आपका दिन मंगलमय हो आपको सफलता मिले आप सपरिवार हंसते मुस्कुराते हुए रहिये 👏🙏 और अपने परिवार को तनावमुक्त रखिये 🙏 *योग प्राणायाम कुछ हल्के व्यायाम कीजिए संतुलित आहार लीजिए 🙏 और नशा अहंकार को छोड़ कर जीवन का वास्तविक आनंद लीजिए
🙏
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***|| जय श्री राधे ||***
🌺🙏 महर्षि पाराशर पंचांग 🙏🌺
🙏🌺🙏 अथ पंचांगम् 🙏🌺🙏
****ll जय श्री राधे ll****
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दिनांक:- 08/11/2024, शुक्रवार
सप्तमी, शुक्ल पक्ष,
कार्तिक
"""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)
तिथि---------- सप्तमी 23:55:51 तक
पक्ष------------------------ शुक्ल
नक्षत्र------ उत्तराषाढा 12:02:20
योग------------- शूल 08:26:37
करण------------- गर 12:19:08
करण----------- वणिज 23:55:51
वार---------------------- शुक्रवार
माह---------------------- कार्तिक
चन्द्र राशि---------------- मकर
सूर्य राशि------------------- तुला
रितु------------------------- हेमंत
आयन---------------- दक्षिणायण
संवत्सर (उत्तर)------------- कालयुक्त
विक्रम संवत---------------- 2081
गुजराती संवत-------------- 2081
शक संवत------------------1946
कलि संवत----------------- 5125
वृन्दावन
सूर्योदय-------------- 06:36:11
सूर्यास्त--------------- 17:29:22
दिन काल------------ 10:53:11
रात्री काल------------- 13:07:33
चंद्रोदय-------------- 12:31:57
चंद्रास्त---------------- 23:14:08
लग्न---- तुला 21°55' , 201°55'
सूर्य नक्षत्र-------------- विशाखा
चन्द्र नक्षत्र------------- उत्तराषाढा
नक्षत्र पाया------------------- ताम्र
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩
जी---- उत्तराषाढा 12:02:20
खी---- श्रवण 18:01:27
खू---- श्रवण 23:58:33
खे---- श्रवण 29:53:38
💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= तुला 21°45, विशाखा 1 ती
चन्द्र=मकर 06°30 , उoषाo 4 जी
बुध =वृश्चिक 12°52 ' अनुराधा 3 नू
शु क्र= धनु 01°05, मूल' 1 ये
मंगल=कर्क 07°30 ' पुष्य ' 2 हे
गुरु=वृषभ 25°30 मृगशिरा, 1 वे
शनि=कुम्भ 18°50 ' शतभिषा , 4 सू
राहू=(व) मीन 10°10 उo भा o, 3 झ
केतु= (व)कन्या 10°10 हस्त 1 पू
🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮
राहू काल 10:41 - 12:03 अशुभ
यम घंटा 14:46 - 16:08 अशुभ
गुली काल 07:58 - 09: 19अशुभ
अभिजित 11:41 - 12:25 शुभ
दूर मुहूर्त 08:47 - 09:30 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:25 - 13:08 अशुभ
वर्ज्यम 16:02 - 17:38 अशुभ
प्रदोष 17:29 - 20:09 शुभ
💮चोघडिया, दिन
चर 06:36 - 07:58 शुभ
लाभ 07:58 - 09:19 शुभ
अमृत 09:19 - 10:41 शुभ
काल 10:41 - 12:03 अशुभ
शुभ 12:03 - 13:24 शुभ
रोग 13:24 - 14:46 अशुभ
उद्वेग 14:46 - 16:08 अशुभ
चर 16:08 - 17:29 शुभ
🚩चोघडिया, रात
रोग 17:29 - 19:08 अशुभ
काल 19:08 - 20:46 अशुभ
लाभ 20:46 - 22:25 शुभ
उद्वेग 22:25 - 24:03* अशुभ
शुभ 24:03* - 25:42* शुभ
अमृत 25:42* - 27:20* शुभ
चर 27:20* - 28:58* शुभ
रोग 28:58* - 30:37* अशुभ
💮होरा, दिन
शुक्र 06:36 - 07:31
बुध 07:31 - 08:25
चन्द्र 08:25 - 09:19
शनि 09:19 - 10:14
बृहस्पति 10:14 - 11:08
मंगल 11:08 - 12:03
सूर्य 12:03 - 12:57
शुक्र 12:57 - 13:52
बुध 13:52 - 14:46
चन्द्र 14:46 - 15:41
शनि 15:41 - 16:35
बृहस्पति 16:35 - 17:29
🚩होरा, रात
मंगल 17:29 - 18:35
सूर्य 18:35 - 19:41
शुक्र 19:41 - 20:46
बुध 20:46 - 21:52
चन्द्र 21:52 - 22:58
शनि 22:58 - 24:03
बृहस्पति 24:03* - 25:09
मंगल 25:09* - 26:14
सूर्य 26:14* - 27:20
शुक्र 27:20* - 28:26
बुध 28:26* - 29:31
चन्द्र 29:31* - 30:37
🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩
तुला > 03:58 से 06: 10 तक
वृश्चिक > 06:10 से 08:36 तक
धनु > 08:36 से 10:48 तक
मकर > 10:48 से 13:40 तक
कुम्भ > 13:40 से 14: 08 तक
मीन > 14:08 से 15:40 तक
मेष > 15:40 से 17:04 तक
वृषभ > 17:04⁹ से 19:08 तक
मिथुन > 19:08 से 21:16 तक
कर्क > 21:16 से 23:48 तक
सिंह > 23:48 से 01:44 तक
कन्या > 01:44 से 03:56 तक
🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
💮दिशा शूल ज्ञान-------------पश्चिम
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
7 + 6 + 1 = 14 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
बुध ग्रह मुखहुति
💮 शिव वास एवं फल -:
7 + 7 + 5 = 19 ÷ 7 = 5 शेष
ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक
🚩भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
रात्रि 23:56 से प्रारम्भ
पाताल लोक = शुभ कारक
💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮
*सर्वार्थ सिद्धि योग 12:02 से
*प्रातः अर्घ्य
💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮
उपसर्गेऽन्यचक्रे च दुर्भिक्षे च भयावहे ।
असाधुजनसम्पर्के यः पलायति जीवति ।।
।। चा o नी o।।
वह व्यक्ति सुरक्षित रह सकता है जो नीचे दी हुई परिस्थितियां उत्पन्न होने पर भाग जाए.
१. भयावह आपदा.
२. विदेशी आक्रमण
३. भयंकर अकाल
४. दुष व्यक्ति का संग.
🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩
गीता -: विश्वरूपदर्शनयोग अo-11
किरीटिनं गदिनं चक्रिणं च तेजोराशिं सर्वतो दीप्तिमन्तम् ।,
पश्यामि त्वां दुर्निरीक्ष्यं समन्ताद्दीप्तानलार्कद्युतिमप्रमेयम् ॥,
आपको मैं मुकुटयुक्त, गदायुक्त और चक्रयुक्त तथा सब ओर से प्रकाशमान तेज के पुंज, प्रज्वलित अग्नि और सूर्य के सदृश ज्योतियुक्त, कठिनता से देखे जाने योग्य और सब ओर से अप्रमेयस्वरूप देखता हूँ॥,17॥,
💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
धन प्राप्ति सुगम होगी। कानूनी बाधा दूर होकर लाभ होगा। पूँजी निवेश बढ़ेगा। पहले किए गए कार्यों का लाभदायी फल आज मिल सकेगा। संतान के कामों से खुशी होगी। व्यापार-व्यवसाय में तरक्की होगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। यात्रा सफल रहेगी।
🐂वृष
पुराने संगी-साथियों से मुलाकात होगी। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। परिश्रम का पूरा परिणाम मिलेगा। अच्छी व सुखद स्थितियाँ निर्मित होंगी। विरोधी आपकी छवि खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। व्यावसायिक सफलता से मनोबल बढ़ेगा।
👫मिथुन
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रोजगार मिलेगा। अप्रत्याशित लाभ होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। विवाद न करें। नौकरी करने वालों को ऐच्छिक स्थानांतरण एवं पदोन्नति मिलने की संभावना है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें।
🦀कर्क
फालतू खर्च होगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। चिंता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। नवीन मुलाकातों से लाभ होगा। आमदनी बढ़ेगी। रुका धन मिलने से निवेश में वृद्धि होने के योग हैं। उदर संबंधी विकार हो सकते हैं।
🐅सिंह
भागदौड़ रहेगी। घर-परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। राजकीय सहयोग मिलेगा। कार्यकुशलता सहयोग से लाभान्वित होंगे। काम में मन लगेगा। स्वयं का सोच अनुकूल रहेगा। रिश्तेदारों से संबंधों की मर्यादा बनाए रखें। शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है।
🙎♀️कन्या
प्रयास सफल रहेंगे। प्रशंसा प्राप्त होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। लाभ होगा। व्यवसाय अच्छा चलेगा। कार्य क्षेत्र में नई योजनाओं से लाभ होगा। लगन, मेहनत का उचित फल मिल सकेगा। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें। विवाद सुलझेंगे।
⚖️तुला
नया काम, व्यवसाय आदि की बात बनेगी। घर-बाहर तनाव रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। जल्दबाजी न करें। नई योजना बनेगी। नए अनुबंध होंगे। किसी मामले में कटु अनुभव मिल सकते हैं। सरकारी, कानूनी विवाद सुलझेंगे। जोखिम, लोभ, लालच से बचें।
🦂वृश्चिक
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा सफल रहेगी। आपसी मतभेद, मनमुटाव बढ़ेगा। किसी से मदद की उम्मीद नहीं रहेगी। आर्थिक समस्या बनी रहेगी। व्यसनाधीनता से बचें। व्यापार, रोजगार मध्यम रहेगा। विवाद से क्लेश होगा। शारीरिक कष्ट संभव है।
🏹धनु
जोखिम व जमानत के कार्य टालें। परिवार की स्थिति अच्छी रहेगी। रचनात्मक काम करेंगे। कर्मचारियों पर निगाह रखें। परिवार की समस्या का उचित समाधान होगा। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। पुराना रोग उभर सकता है।
🐊मकर
भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। रोजगार मिलेगा। संतान के स्वास्थ्य में सुधार होगा। सोचे कामों में मनचाही सफलता मिलेगी। व्यापारिक निर्णय समय पर लेना होंगे। पुरानी बीमारी उभर सकती है। चोट व रोग से बाधा संभव है। बेचैनी रहेगी।
🍯कुंभ
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग को सफलता मिलेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। नए कार्यों, योजनाओं की चर्चा होगी। लाभदायी समाचार आएँगे। समाज में आपके कार्यों की प्रशंसा होगी। साहस, पराक्रम बढ़ेगा। विश्वासप्रद माहौल रहेगा।
🐟मीन
धैर्य रखें। अस्वस्थता बनी रहेगी। खुद के प्रयत्नों से ही जनप्रियता एवं सम्मान मिलेगा। रोजगार के क्षेत्र में संभावनाएँ बढ़ेंगी। स्थायी संपत्ति संबंधी खटपट हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। भागदौड़ रहेगी। दु:खद समाचार मिल सकता है।
🙏
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जय श्री सीताराम जय श्री राधे
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