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चाईबासा :चाईबासा अधीक्षक कार्यालय, पश्चिमी सिंहभूम के तत्वावधान में “जन शिकायत समाधान कार्यक्रम” का सफल आयोजन पुलिस केंद्र, चाईबासा में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आम नागरिकों की शिकायतों का त्वरित एवं प्रभावी निपटारा सुनिश्चित करना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मनोज रतन चौथे (भा.पु.से.), पुलिस उप महानिरीक्षक, सिंहभूम (कोल्हान) क्षेत्र, चाईबासा द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में झारखंड के पुलिस महानिदेशक एवं महानिरीक्षक के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूकता फैलाई गई। विशेष रूप से आईईडी की पहचान एवं सुरक्षा, आत्मसमर्पण नीति, गुमशुदा बच्चों की तलाश, महिला सुरक्षा कानून, पीड़ित मुआवजा, जीरो एफआईआर, ऑनलाइन एफआईआर, डायल 112 और 1930 (साइबर फ्राड हेल्पलाइन) की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला गया।
इसके अतिरिक्त अनुसूचित जाति,जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, डायन प्रथा से जुड़ी सामाजिक कुरीतियाँ, सम्पत्ति से जुड़े अपराध, सड़क सुरक्षा, साइबर ठगी के विभिन्न तरीके, चिटफंड जैसी अवैध संस्थाएं, मानव तस्करी एवं नशीले पदार्थों की बिक्री व सेवन की रोकथाम से संबंधित जानकारी भी दी गई।
पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर (भा.पु.से.) सहित अनुमंडल पदाधिकारी (सदर) चाईबासा, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय), चक्रधरपुर एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी-कर्मी इस अवसर पर उपस्थित रहे। पुलिस उप महानिरीक्षक व पुलिस अधीक्षक ने आमजनों को संबोधित करते हुए पुलिस की जनोन्मुखी योजनाओं पर प्रकाश डाला और नागरिकों को निडर होकर शिकायत दर्ज कराने हेतु प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम के अंतर्गत चाईबासा जिले भर से कुल 16 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनका विधिवत पंजीकरण कर शिकायतकर्ताओं को प्राप्ति रसीद सौंपी गई। त्वरित कार्रवाई हेतु संबंधित थाना प्रभारियों व वरीय पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए।
जन सुविधा को ध्यान में रखते हुए मुख्य कार्यक्रम स्थल पर शिकायतों के पंजीकरण हेतु तीन अलग-अलग स्टॉल लगाए गए थे, जहाँ नागरिकों की समस्याओं को सुनने और समाधान हेतु उचित मार्गदर्शन देने का कार्य किया गया।
यह कार्यक्रम न केवल आम जनता की शिकायतों को एक मंच पर सुनने का सशक्त माध्यम बना, बल्कि पुलिस और जनता के बीच विश्वास और संवाद को भी मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम सिद्ध हुआ।
