ठंड से रेलवे का झटका, 24 जोड़ी ट्रेनें रद्द, जमशेदपुर स्टेशन पर यात्री भड़के गुस्से में
सुरक्षा कारणों से रेलवे ने लिया फैसला; यात्रियों ने वैकल्पिक साधन न मिलने पर नाराजगी जताई, प्लान बिगड़े।

Cold Wave: सर्दी ने बिहार-झारखंड में दस्तक दे दी है और इसका असर रेल यात्रियों पर भी पड़ रहा है। रेलवे ने ठंड के कारण 24 जोड़ी ट्रेनों को रद्द करने का फैसला लिया है। यह कदम ट्रेनों की सुरक्षा को देखते हुए उठाया गया है, क्योंकि बर्फ जमने से पटरी और सिग्नल खराब हो सकते हैं। जमशेदपुर के टाटानगर स्टेशन पर सैकड़ों यात्री फंस गए हैं। वे वैकल्पिक साधनों की तलाश में परेशान हैं। रेलवे ने अभी कोई दूसरी व्यवस्था नहीं बताई, जिससे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। यह समस्या ठंड कम होने तक बनी रह सकती है।
रद्द ट्रेनों की लिस्ट: टाटा-जलियांवाला बाग एक्सप्रेस सबसे ज्यादा प्रभावित
रेलवे ने कुल 24 जोड़ी ट्रेनों को बंद करने का आदेश दिया है। ये ट्रेनें पूर्वी भारत से दिल्ली और दूसरे शहरों को जोड़ती हैं। सबसे बड़ी मार टाटा-जलियांवाला बाग एक्सप्रेस पर पड़ी है, जो 1 दिसंबर से 27 फरवरी तक पूरी तरह रद्द रहेगी। इसी तरह संतरागाछी-आनंद विहार एक्सप्रेस और हटिया-आनंद विहार एक्सप्रेस भी बंद हो गई हैं। आद्रा मंडल में लाइन ब्लॉक के चलते 30 नवंबर तक कई और ट्रेनें प्रभावित होंगी। इससे लंबी दूरी की यात्रा करने वालों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है। रेलवे का कहना है कि यह फैसला ट्रेनों को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है।
यात्रियों की परेशानी: स्टेशन पर हंगामा, कार्यक्रम बिगड़े
ट्रेन रद्द होने से टाटानगर स्टेशन पर हाहाकार मच गया। दो ट्रेनों के रद्द होने से सैकड़ों लोग ठंड में फंसे हैं। छात्र, व्यापारी और परिवार वाले सबसे ज्यादा परेशान हैं। एक यात्री ने कहा, “हमारा पूरा प्लान बिगड़ गया। ठंड में इंतजार करना और भी तकलीफ दे रहा है।” कई लोग नारेबाजी कर रहे हैं और रेलवे से तुरंत मदद की मांग कर रहे। ठंडे मौसम में वैकल्पिक बस या ट्रेन न मिलने से लोग घंटों खड़े रहने को मजबूर हैं। इससे न सिर्फ समय बर्बाद हो रहा है बल्कि पैसे का भी नुकसान हो रहा है।
रेलवे की चुप्पी: कोई वैकल्पिक प्लान नहीं, हेल्पलाइन पर सलाह
रेलवे अधिकारियों ने ठंड को रद्दीकरण का कारण बताया, लेकिन कोई वैकल्पिक ट्रेन चलाने की योजना नहीं दी। यात्रियों को हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करने या दूसरी सड़क यात्रा करने की सलाह दी जा रही है। लेकिन इसकी कमी से गुस्सा और बढ़ रहा है। विशेषज्ञ कहते हैं कि ठंड में पटरी पर बर्फ जमना आम समस्या है, इसलिए पहले से प्लानिंग होनी चाहिए। उम्मीद है कि रेलवे जल्द कुछ कदम उठाएगा। तब तक यात्री सतर्क रहें और टिकट बुकिंग से पहले चेक करें।



