Bihar Election 2025: आरके सिंह के एक बयान से भोजपुर की राजनीति में उबाल, NDA में सीट शेयरिंग पर फंसा पेंच
बिहार चुनाव 2025, आरके सिंह के बयान से NDA में तनाव, भोजपुर की 7 सीटों पर फंसा पेंच।

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले एनडीए (NDA) में सीट शेयरिंग को लेकर खींचतान तेज हो गई है। ताजा मामला भोजपुर जिले से सामने आया है, जहां केंद्रीय मंत्री और आरा से बीजेपी सांसद आरके सिंह के एक बयान ने जिले की राजनीति में उबाल ला दिया है। आरके सिंह ने भोजपुर की 7 विधानसभा सीटों पर बीजेपी की मजबूत दावेदारी पेश करते हुए सहयोगी दल जेडीयू (JDU) की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उनके इस बयान के बाद सीट बंटवारे पर एक नया पेंच फंसता दिख रहा है।
‘भोजपुर में बीजेपी ही सबसे मजबूत’
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक में यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे यह साबित करते हैं कि भोजपुर जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर बीजेपी का जनाधार सबसे मजबूत है। उन्होंने कथित तौर पर दावा किया कि भोजपुर जिले की 7 विधानसभा सीटों में से अधिकांश पर केवल बीजेपी का उम्मीदवार ही महागठबंधन को हरा सकता है। उन्होंने पार्टी हाईकमान से मांग की है कि इस बार सीट बंटवारे में बीजेपी को जिले में ‘बड़े भाई’ की भूमिका मिलनी चाहिए।
क्या है भोजपुर की 7 सीटों का समीकरण?
भोजपुर जिला राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है और यहां कुल 7 विधानसभा सीटें हैं- आरा, बड़हरा, संदेश, जगदीशपुर, पीरो, शाहपुर और अगिआंव। 2020 के पिछले विधानसभा चुनाव में एनडीए को यहां मिली-जुली सफलता मिली थी। बीजेपी ने आरा और शाहपुर जैसी सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि जेडीयू को भी सीटें मिली थीं। लेकिन संदेश, जगदीशपुर और अगिआंव जैसी कई सीटें महागठबंधन (आरजेडी और सीपीआई-माले) के खाते में चली गई थीं। आरके सिंह का तर्क है कि जो सीटें जेडीयू 2020 में हार गई थी, वे इस बार बीजेपी को दी जानी चाहिए, ताकि जीत सुनिश्चित हो सके।
जेडीयू के स्थानीय नेताओं में बेचैनी, बढ़ा तनाव
आरके सिंह के इस बयान के बाद जेडीयू के स्थानीय नेताओं और संभावित उम्मीदवारों में बेचैनी बढ़ गई है। जेडीयू का मानना है कि 2020 में वह बीजेपी के साथ गठबंधन में थी और चिराग पासवान के कारण उसे कई सीटों पर नुकसान हुआ था। जेडीयू अपनी मौजूदा सीटों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है, और हारी हुई सीटों पर भी वापस दावा कर रही है। आरके सिंह के इस दबाव की राजनीति से एनडीए के दोनों प्रमुख दलों के बीच स्थानीय स्तर पर तनाव बढ़ गया है।
Bihar Election 2025: अंतिम फैसला दिल्ली और पटना से होगा
हालांकि, सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला पटना और दिल्ली में नीतीश कुमार, अमित शाह और जेपी नड्डा की बैठक में ही होगा। लेकिन आरके सिंह, जो अपनी मजबूत पकड़ और मुखर स्वभाव के लिए जाने जाते हैं, उनके इस बयान ने भोजपुर जिले की सभी 7 सीटों पर एनडीए के टिकट बंटवारे को बेहद दिलचस्प और जटिल बना दिया है।