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पटना-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला किया और अपने पिता और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का बचाव करते हुए आरोप लगाया कि इसके नेताओं का बीआर अंबेडकर, संविधान या आरक्षण नीतियों से कोई संबंध नहीं है।
यादव हाल ही में लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन समारोह को लेकर चल रहे राजनीतिक विवाद पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जहां भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया था कि राजद सुप्रीमो ने कार्यक्रम के दौरान अंबेडकर का अपमान किया।
तेजस्वी यादव का लालू यादव पर स्पष्टीकरण
तेजस्वी ने कहा, “इन (भाजपा) लोगों का बाबा साहब, संविधान और आरक्षण से कोई लेना-देना नहीं है। लालू यादव ने बिहार में बाबा साहब अंबेडकर की कई प्रतिमाएं स्थापित की हैं।
हम अंबेडकर की विचारधारा में विश्वास रखने वाले लोग हैं। भाजपा केवल झूठ फैलाती है।” उन्होंने आगे कहा, “लालू यादव 78 साल की उम्र में 10 घंटे काम करते हैं और लोगों से मिलते हैं।
वह बीमार हैं, फिर भी वे उन पर इस तरह के आरोप लगाते हैं।” यह विवाद तब शुरू हुआ जब लालू प्रसाद यादव को अपने 78वें जन्मदिन का केक तलवार से काटते हुए देखा गया, जिसकी भाजपा नेताओं ने आलोचना की और दावा किया कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों और अंबेडकर की विरासत के प्रति अनादर का प्रतीक है।
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का आरोप
बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा, “यह साफ दिख रहा है कि लालू प्रसाद यादव राजा बनने और लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश कर रहे हैं। जिस तरह से बाबा साहब अंबेडकर की तस्वीर का अपमान किया गया, उससे साफ पता चलता है कि लालू यादव बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करने की कोशिश कर रहे हैं।
“ केक काटने के दौरान इस्तेमाल की गई तलवार पर टिप्पणी करते हुए चौधरी ने कहा, “यह आपराधिक मानसिकता है। आज उन्होंने तलवार से केक काटा, जब सत्ता में आएंगे तो एके-47 से काटेंगे।” इससे पहले तेजस्वी यादव ने बिहार की नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आरजेडी लोगों के मुद्दे उठाती है और लोग बदलाव चाहते हैं, क्योंकि सरकार सभी विभागों में विफल रही है।
उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी लोगों के मुद्दे उठाती है और हम साथ मिलकर आगे बढ़ते हैं। इस बार हम बिहार को आगे ले जाएंगे और नया बिहार बनाएंगे। लोग बदलाव चाहते हैं। यह सरकार सभी विभागों में विफल रही है और उनकी अपनी नीति आयोग की रिपोर्ट भी इसे साबित करती है।”
उन्होंने कहा, ‘‘नेता (लालू) तलवार से केक काटते हैं जो दर्शाता है कि उनकी पार्टी सार्वजनिक जीवन में बाहुबल का इस्तेमाल वापस लाना चाहती है।’’ उन्होंने दावा किया कि बिहार के लोग राजद सुप्रीमो की हरकतों को करीब से देख रहे हैं और वे उचित समय पर उन्हें करारा जवाब देंगे।
ये राजनीतिक घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आए हैं जब इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक आधिकारिक तारीखों की घोषणा नहीं की है।
