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- परिवार आधारित देखभाल व्यवस्था पर विशेष जोर, समस्याओं के त्वरित समाधान का आश्वासन
चाईबासा: झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के निर्देशानुसार तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के अध्यक्ष मोहम्मद शाकिर के आदेश पर प्राधिकार के सचिव रवि चौधरी ने बुधवार को छाया बालिका गृह, आशा किरण और प्रेरणा गृह का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बालिका गृहों में आवासित बच्चियों से मुलाकात कर उनके रहन-सहन, खान-पान, शिक्षा और अन्य आवश्यक सुविधाओं की विस्तृत जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान उनके साथ सामाजिक सुरक्षा पदाधिकारी खुशेद्र सोनकेसरी तथा डीसीपीओ पुनीता तिवारी भी मौजूद रहीं। सचिव श्री चौधरी ने बच्चियों से संवाद स्थापित करते हुए उनके स्वास्थ्य, विद्यालय उपस्थिति, मनोरंजन और मानसिक स्थिति की जानकारी प्राप्त की।
समस्याओं के समाधान का दिया आश्वासन
बालिका गृह की व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए श्री चौधरी ने कहा कि बच्चियों के समुचित विकास और सुरक्षा के लिए प्राधिकार हरसंभव सहयोग करेगा। उन्होंने गृह की व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की कमी को शीघ्र दूर करने का आश्वासन दिया और बालिका गृह के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाल कल्याण समिति से समन्वय स्थापित कर उन बच्चियों के लिए परिवार आधारित देखभाल सुनिश्चित की जाए जिनके परिवारों का पता चल चुका है।
उन्होंने यह भी कहा कि संस्थागत देखभाल के साथ-साथ परिवार पुनर्वास की दिशा में प्रभावी कार्य योजना बनाई जानी चाहिए, जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव हो सके।
बालिकाओं ने व्यक्त की संतुष्टि
इस दौरान बालिका गृह में निवास कर रहीं बच्चियों ने अपने अनुभव साझा किए और दैनिक जीवन से जुड़ी बातें बताईं। कई बालिकाओं ने पढ़ाई और खेलकूद की सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता जताई, जिस पर सचिव ने त्वरित संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
समाज में सकारात्मक संदेश
प्राधिकार सचिव की यह पहल बाल संरक्षण एवं संवेदनशील प्रशासनिक दृष्टिकोण का एक सकारात्मक उदाहरण है, जिससे समाज में यह संदेश जाता है कि सरकारी व्यवस्था न केवल सजग है, बल्कि मानवीय मूल्यों को भी प्राथमिकता देती है।
