रांची-कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि झारखंड में अब 1 एकड़ से कम वाले निजी तालाबों का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा. अगले वित्तीय वर्ष में तालाबों के जीर्णोद्धार में सीढ़ी निर्माण अनिवार्य होगा. सोमवार को रांची के कांके स्थित कृषि भवन का उन्होंने औचक निरीक्षण किया. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वर्तमान में निजी तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए कम से कम 1 एकड़ और अधिक से अधिक 5 एकड़ वाले तालाब की योजना चल रही है. इस योजना से बड़ी संख्या में किसानों के छोटे तालाबों का जीर्णोद्धार नहीं हो पा रहा है.
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कृषि विभाग आने वाले समय में सब्जियों के MSP तय करने की दिशा में काम करेगा. उन्होंने कहा कि फूलगोभी या पत्तागोभी जैसी सब्जियों की दर दूसरे राज्यों के व्यापारी आकर कम कर रहे हैं. इससे स्थानीय किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है.
कृषि भवन में कर्मियों और अधिकारियों के छुट्टी पर चले जाने को लेकर नाराज दिखी. उन्होंने कहा कि क्रिसमस से लेकर नये साल या दूसरे पर्व-त्योहार मनाना जरूरी है, लेकिन इसका काम पर असर नहीं पड़े, इसका ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि औचक निरीक्षण के दौरान 50 प्रतिशत कर्मी और अधिकारी 15 से 20 दिनों के अवकाश पर हैं. झारखंड में पहले से ही सरकारी कर्मियों की कार्यसंस्कृति गड़बड़ रही है. इसमें सुधार जरूरी है और ऐसा करके हम विभाग की योजनाओं को समय पर पूरा कर सकते हैं.
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष की बजट राशि को खर्च करने के साथ-साथ अगले वित्तीय वर्ष के बजट की तैयारी में सभी को जुट जाना होगा. औचक निरीक्षण के दौरान जैविक खेती को लेकर दी गयी जानकारी पर भी मंत्री आश्चर्यचकित दिखीं. उन्होंने कहा कि इसके बारे में कितने लोग जानते हैं. पैकेजिंग, शॉर्टिंग और ग्रेडिंग को लेकर मंत्री ने JSLPS के पलाश ब्रांड का उदाहरण दिया. मंत्री ने कहा कि जब दूसरे विभाग द्वारा ये किया जा सकता है तो यहां क्यों नहीं? उद्यान विभाग द्वारा 27 एकड़ में बनायी जाने वाली हाईटेक नर्सरी में स्थानीय 2 से 3 हजार ग्रामीणों को रोजगार देने का भी निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि लोग रोजगार के लिए दूसरी जगह पलायन करते है. ऐसे में हाईटेक नर्सरी में रोजगार सुनिश्चित कर पलायन रोका जा सकता है.