Post Views: 38
-
बंगाली नववर्ष पर मिठास से भरा स्वागत, जमशेदपुर में बांग्लाभाषी समिति ने लगाया शरबत-मिठाई वितरण शिविर
जमशेदपुर: बंगाली नववर्ष पोइला बोइशाख के पावन अवसर पर मंगलवार को जमशेदपुर की गलियों में उल्लास और मिठास दोनों का संगम देखने को मिला। झारखंड बांग्लाभाषी उन्नयन समिति द्वारा साकची गोलचक्कर पर एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें शहरवासियों के बीच शरबत और मिठाइयों का वितरण कर नववर्ष की शुभकामनाएं दी गईं।
पारंपरिक परिधान में बसा बंगाली रंग
कार्यक्रम में समिति के आमंत्रण पर शहर के विभिन्न बंगाली संगठनों के सदस्य पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचे और एक पारंपरिक सांस्कृतिक माहौल प्रस्तुत किया। उन्होंने राहगीरों और स्थानीय निवासियों को नववर्ष की बधाई देते हुए, सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
मिठाइयों संग नववर्ष का स्वागत
शिविर में आने-जाने वाले लोगों को ठंडा शरबत और बंगाली मिठाइयों का वितरण किया गया, जिससे वहां उपस्थित हर व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान और दिल में उत्साह दिखाई दिया। आयोजन में खासकर युवाओं और बुजुर्गों की सहभागिता उल्लेखनीय रही।
समाज के प्रमुख सदस्य रहे मौजूद
इस आयोजन में अरिजीत सरकार, असित भट्टाचार्य, जाहर रक्षित, अंशुमान चौधरी, मृणाल पाल, राजू पाल, दिलजॉय बोस, देबजीत सरकार, विकाश भट्टाचार्य, गौरी कर, असित चक्रवर्ती, नारायण जोरदार, सौम सेन, ज्योत्सना सरकार, अंशू मुखर्जी, तुषारिका बोस, प्रणब गुप्ता, पम्पा मुखर्जी, आशीष राय सहित शहर के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। सभी ने मिलकर इस सांस्कृतिक उत्सव को एक सामाजिक उत्सव में बदल दिया।
बंगाली संस्कृति की सौंधी खुशबू
इस आयोजन के माध्यम से झारखंड बांग्लाभाषी उन्नयन समिति ने बंगाली संस्कृति की गरिमा, पारंपरिक मूल्यों और सामाजिक सौहार्द का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया। समिति ने भविष्य में भी इसी प्रकार समाज को जोड़ने वाले आयोजन करने की प्रतिबद्धता जताई।
