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Jamshedpur TATA steel plant accidentठेका कर्मी की मौत के बाद परिजनों को 5 लाख की त्वरित सहायता, 60 वर्ष तक हर माह ₹50 हजार की मदद पर सहमति

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  • जमशेदपुर प्लांट हादसा: ठेका कर्मी की मौत के बाद परिजनों को 5 लाख की त्वरित सहायता, 60 वर्ष तक हर माह ₹50 हजार की मदद पर सहमति
जमशेदपुर। टाटा स्टील के जमशेदपुर स्थित प्लांट में सोमवार की रात हॉट स्ट्रिप मिल (एचएसएम) विभाग में एक दर्दनाक हादसे में ठेका कर्मी विजय कुमार पाणिग्रही (उम्र 50 वर्ष) की ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो गई। इस हृदयविदारक घटना के बाद मंगलवार को पीड़ित परिवार को त्वरित सहायता और दीर्घकालिक सहयोग देने हेतु एक अहम पहल की गई।

जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू के निर्देश पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं उनके प्रतिनिधि गुंजन यादव की मध्यस्थता से कंपनी प्रबंधन और मृतक के परिजनों के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ। बिरसानगर स्थित आवास पर परिजनों की उपस्थिति में हुए इस समझौते में संवेदनशीलता और मानवीयता की अनूठी मिसाल देखने को मिली।
समझौते के तहत ठेका कंपनी ने प्राथमिक राहत के तौर पर 5 लाख रुपये की राशि विजय पाणिग्रही के बैंक खाते में तत्काल आरटीजीएस के माध्यम से स्थानांतरित की। इसके अतिरिक्त, मृतक के पीएफ, ईएसआईसी और ग्रेच्युटी मद में जमा लगभग साढ़े दस लाख रुपये की शीघ्र निकासी पर भी सहमति बनी।
सबसे अहम बात यह रही कि कंपनी ने स्व. विजय पाणिग्रही की सेवा आयु 60 वर्ष मानते हुए इस अवधि तक उनके आश्रित परिवार को प्रतिमाह ₹50,000 की आर्थिक सहायता देने पर भी लिखित सहमति जताई। यह व्यवस्था मृतक के परिवार के लिए दीर्घकालिक आर्थिक सुरक्षा का आधार बनेगी।
गुंजन यादव ने इस अवसर पर कहा, “हम खोए हुए जीवन को वापस तो नहीं ला सकते, परंतु शोक संतप्त परिवार को इस कठिन घड़ी में आर्थिक और सामाजिक संबल अवश्य प्रदान कर सकते हैं। विधायक पूर्णिमा साहू इस दुख की घड़ी में परिजनों के साथ खड़ी हैं और भविष्य में भी हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।”
समझौते के दौरान भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मिथिलेश सिंह यादव, बिरसानगर मंडल अध्यक्ष बबलू गोप, पूर्व मंडल अध्यक्ष बोलटू सरकार, श्रीराम प्रसाद, जगदीश पाणिग्रही, मनबोध दास, मृणाल बनर्जी, वापी परिदा, मिरिंडा नाग समेत स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
यह घटना जहां एक ओर औद्योगिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है, वहीं दूसरी ओर समाज और प्रतिनिधियों द्वारा पीड़ित परिवार को संवेदना और सहयोग देने की मिसाल भी पेश करती है।

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