बॉलीवुड के 'डिस्को डांसर' को मिलेगा सिनेमा का सबसे बड़ा सम्मान, दादा साहेब फाल्के अवार्ड से नवाजे जाएंगे मिथुन चक्रवर्ती

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 8 अक्टूबर को होगा सम्मानित

न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

नई दिल्ली:मशहूर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को भारतीय फिल्म जगत का सबसे बड़ा *दादा साहेब फाल्के अवार्ड* 8 अक्टूबर को दिया जाएगा। यह पुरस्कार उनके अद्वितीय योगदान और उत्कृष्ट अभिनय के लिए उन्हें सम्मानित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।यह जानकारी सूचना प्रसारण मंत्रालय ने दी है।

फिल्मी करियर की शुरुआत

अपने करियर की शुरुआत में, मिथुन चक्रवर्ती ने *चाईबासा* से फिल्म इंस्टीट्यूट पुणे में प्रशिक्षण प्राप्त किया। 1980 में, उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा पर बनने वाली फिल्म में काम किया, लेकिन उनकी पहचान मृणाल सेन की फिल्म *"मृगया"* से बनी। इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला।

बॉलीवुड में पहचान

हिंदी सिनेमा में मिथुन चक्रवर्ती का नाम इतिहास में दर्ज हो चुका है। अभिनेता ने अपने दमदार अभिनय से बॉलीवुड की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। "डिस्को डांसर" के नाम से मशहूर होने के बाद, उन्होंने इस क्षेत्र में एक अद्वितीय स्थान हासिल किया है।

व्यक्तिगत जीवन

मिथुन चक्रवर्ती का असली नाम *गौरांग चक्रवर्ती* है। उन्होंने अभिनेत्री *योगिता बाली* से शादी की और उनके चार बच्चे हैं: *मिमोह, रिमोह, नामाशी, और दिशानी*। उनके बेटे मिमोह अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। मिथुन का नाम कई अभिनेत्रियों के साथ जुड़ा, जिसमें श्रीदेवी और सारिका शामिल हैं।

शिक्षा और कौशल

मिथुन ने अपनी पढ़ाई *स्कॉटिश चर्च कॉलेज* से की, जहां उन्होंने केमेस्ट्री की डिग्री हासिल की। इसके बाद, उन्होंने *फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया* से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। वे मार्शल आर्ट्स में ब्लैक बेल्ट भी हैं, जिससे उन्हें एक्शन सीन्स करने में मदद मिलती है।

कठिन समय और वापसी

1993 से 1998 के बीच मिथुन चक्रवर्ती के लिए कठिन समय रहा जब उनकी कई फिल्में फ्लॉप हुईं। इस दौरान उन्होंने 33 फिल्मों में काम किया, लेकिन उनका स्टारडम बना रहा।

जानवरों के प्रति लगाव

मिथुन चक्रवर्ती जानवरों के प्रति अपने प्रेम के लिए भी जाने जाते हैं। उनके मुंबई घर में 38 कुत्ते हैं, जबकि ऊटी वाले बंगले में 76 कुत्ते पाले हुए हैं।

स्वास्थ्य अपडेट

हाल ही में, मिथुन चक्रवर्ती की तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। हालांकि, अब वह स्वस्थ हैं और घर वापस आ गए हैं।

निष्कर्ष

मिथुन चक्रवर्ती ने अपने करियर में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं और दादा साहेब फाल्के अवार्ड उनके काम का एक महत्वपूर्ण मान्यता है। उनके प्रशंसक इस सम्मान को लेकर बेहद उत्साहित हैं और उन्हें शुभकामनाएँ दे रहे हैं।

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