*पाकिस्तान तक पहुंचा एमपॉक्स वायरस, भारत को रहना होगा सतर्क*

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*पाकिस्तान तक पहुंचा एमपॉक्स वायरस, भारत को रहना होगा सतर्क*

न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

नई दिल्ली: एमपॉक्स (Monkeypox) वायरस के तीन मामले पाकिस्तान में सामने आए हैं, जिससे भारत को इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है। उत्तरी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को पुष्टि की कि एमपॉक्स से संक्रमित तीन मरीजों का पता लगाया गया है। ये मरीज संयुक्त अरब अमीरात से लौटने के बाद संक्रमित पाए गए।

पाकिस्तान में पहले भी एमपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन इस नए प्रसार ने चिंता बढ़ा दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एमपॉक्स को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है।

*एमपॉक्स वायरस क्या है?*

एमपॉक्स एक जूनोटिक वायरल बीमारी है, जो मुख्य रूप से निकट संपर्क के माध्यम से फैलती है। इसके लक्षण छोटे पॉक्स जैसे होते हैं और इसमें बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी, सूजन और छाले शामिल होते हैं।

*एमपॉक्स के लक्षण और उपचार*

अधिकांश मामलों में लक्षण हल्के होते हैं और स्वमेव ठीक हो जाते हैं। हालांकि, कुछ मामलों में जटिलताएं हो सकती हैं। इस वायरस के लिए कोई विशिष्ट उपचार या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है, लेकिन छोटे पॉक्स के खिलाफ उपयोग किए गए कुछ दवाएं और वैक्सीन इस वायरस के खिलाफ प्रभावी हो सकती हैं।

*भारत के लिए चुनौतियां*

पाकिस्तान में एमपॉक्स के मामलों की पुष्टि के बाद, भारत को इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। इसमें हवाई अड्डों और सीमा चौकियों पर स्क्रीनिंग बढ़ाना, सार्वजनिक जागरूकता अभियान चलाना और स्वास्थ्य सेवाओं को सतर्क रखना शामिल हो सकता है।

पाकिस्तान से लौटे लोगों को एमपॉक्स के लक्षणों पर ध्यान देने और लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लेने की सलाह दी जाती है। भारत को इस स्थिति पर कड़ी निगरानी रखनी होगी ताकि वायरस के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके।

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