Tata Motors Bonus 2024: टाटा मोटर्स के कर्मचारियों को मिलेगा 11 फीसदी बोनस, अधिकतम 63, 872 रुपये

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Tata Motors Bonus 2024: टाटा मोटर्स के कर्मचारियों को मिलेगा 11 फीसदी बोनस, अधिकतम 63, 872 रुपये

न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

 जमशेदपुर-टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट के कर्मचारियों को 11 प्रतिशत बोनस मिलेगा. कंपनी के स्थायी कर्मचारियों को अधिकतम 63,872 रुपये और औसतन 46,418 रुपये मिलेंगे. सुपर एन्यूएशन के तहत आने वाले कर्मचारियों को 13,654 रुपये अनुदान के रूप में मिलेंगे, जबकि बाई सिक्स कर्मचारियों को 8.33 प्रतिशत बोनस मिलेगा. कंपनी के 6,600 स्थायी और 1900 बाई सिक्स कर्मचारियों को बोनस का लाभ मिलेगा. बोनस की राशि कर्मचारियों के बैंक अकाउंट में वेतन के साथ एक अक्तूबर को भेज दी जायेगी. प्रबंधन और यूनियन के बीच शनिवार को हुए समझौते के बाद इसकी घोषणा की गयी.

स्थायीकरण के लिए अक्तूबर में 325 कर्मचारियों की निकलेगी सूची
अक्तूबर 2024 में टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट में स्थायीकरण के लिए 325 बाइ सिक्स कर्मियों की सूची निकलेगी. पहले 225 कर्मियों की सूची निकलनी थी. समझौते के तहत 100 अतिरिक्त बाइ सिक्स कर्मचारियों के स्थायीकरण की सूची ज्यादा निकालने पर बोनस समझौता के दौरान प्रबंधन यूनियन के बीच सहमति बनी. 25 जनवरी, 2024 को टाटा मोटर्स प्रबंधन और यूनियन के बीच श्रमायुक्त संजीव कुमार बेसरा, उप श्रमायुक्त राकेश प्रसाद की मौजूदगी में त्रिपक्षीय समझौता रांची में हुआ था. समझौते के तहत प्रबंधन और यूनियन के बीच हर तिमाही में 225 और तीन साल में 2700 बाइ सिक्स कर्मचारियों को कंपनी में स्थायी करने का समझौता हुआ था. इसी के तहत हर तिमाही में 225 बाइ सिक्स कर्मियों की सूची स्थायीकरण के लिए निकल रही है.

नवंबर में होगी एफटीए की बहाली
टाटा मोटर्स जमशेदपुर प्लांट में नवंबर माह में फुल टर्म अप्रेंटिस (एफटीए) के लिए बहाली निकलेगी. अप्रेंटिस के बाद कंपनी के खर्च पर डिप्लोमा कराया जायेगा और उसके बाद नियोजन किया जायेगा. यदि कर्मचारी पुत्र या पुत्री आगे पढ़ना चाहते हैं, तो बीटेक और एमटेक तक की पढ़ाई कंपनी की ओर से अरका जैन विश्वविद्यालय से करायी जायेगी. रजिस्टर्ड वार्ड को एफटीए अंतर्गत ट्रेनिंग देकर उन्हें डिप्लोमा, बीटेक आदि की पढ़ाई की व्यवस्था करके बेहतर प्रशिक्षित मैनपावर को कंपनी में लिया जायेगा.

अप्रैल 2025 में टीएमएसटी, एफटीए करने वालों की शुरू होगी नियोजन प्रक्रिया
समझौते के तहत 116 ऐसे प्रशिक्षु, जो पूर्व में टीएमएसटी और फुल टर्म अप्रेंटिस पूरा कर चुके हैं, उन्हें भी डिप्लोमा कार्यक्रम से जोड़कर अप्रैल 2025 में नियोजन प्रक्रिया में शामिल किया जायेगा. तीन वर्ष का डिप्लोमा पूर्ण करने के बाद आगे चलकर सुपरवाइजर, एसोसिएट में जाने का उनके पास विकल्प होगा. कंपनी में निकलने वाली बहाली में अपने आप को शामिल कर बेहतर पदोन्नति पा सकते हैं. यूनियन के सलाहकार प्रवीण सिंह ने कहा कि यूनियन लगातार मजदूर हित के कार्यों में प्रयासरत है और यह समझौता इसी का परिणाम है.

वर्ष 2023 में 10 प्रतिशत हुआ था बोनस
वर्ष 2023 में टाटा मोटर्स में 10 प्रतिशत बोनस हुआ था. समझौते के तहत कर्मचारियों को औसतन 43,500 रुपये, अधिकतम राशि 57,900 रुपये और न्यूनतम 43000 रुपये मिले थे. साल 2022 में टाटा मोटर्स में 10.67 प्रतिशत बोनस और 201 बाइ सिक्स कर्मियों का स्थायीकरण हुआ था. कर्मियों को औसतन 38,200 और 51,500 रुपये मिले थे.
इन्होंने समझौते पर किया हस्ताक्षर
बोनस समझौते पर प्रबंधन की ओर से प्लांट हेड रवींद्र नरसिंहा कुलकर्णी, एचआर हेड मोहन गंटा, आइआर हेड सौमिक राय, लीगल हेड आनंद वर्धन और टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की ओर से अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते, महामंत्री आरके सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष अनिल शर्मा, एसएच सैनी, एसएन सिंह, अशोक उपाध्याय, प्रकाश विश्वकर्मा, अजय भगत सहित अन्य पदाधिकारियों ने हस्ताक्षर किया.

कंपनी गेट से लेकर यूनियन तक अभिनंदन
बोनस समझौता के बाद टाटा मोटर्स मेन गेट से सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों ने गाजे-बाजे के साथ अध्यक्ष गुरमीत सिंह, महामंत्री आरके सिंह और सलाहकार प्रवीण सिंह का फूल-माला पहनाकर स्वागत किया. तीनों नेता गाजे- बाजे के साथ जुलूस की शक्ल में यूनियन कार्यालय पहुंचे. यहां यूनियन नेताओं ने कर्मचारियों को संबोधित किया.

कब कितना बोनस हुआ
वित्तीय वर्ष- प्रतिशत- औसत राशि – अधिकतम राशि
2015-16 - 12 - 16,200-33,150
2016-17 - 10 - 17,893-36,018
2017-18 - 12.2 - 23,231-46,321
2018-19 - 12.9 - 19,000-49,000
2019-20 - 10 - 32,900-46,001
2020-21 -10.6 - 38,200- 50,200
2021-22 - 10.67- 38,200- 51,500
2022-23 - 10- 43000-57900

क्या बोले आरके सिंह
यूनियन कर्मचारियों की वर्तमान स्थिति सुदृढ़ करने, सुरक्षित भविष्य, बच्चों के उज्ज्वल भविष्य, कंपनी की तरक्की, इन सब को लेकर प्रबंधन से आपसी विचार-विमर्श के साथ इसे पूरा करने का काम कर रही है. 
आरके सिंह, महामंत्री, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन

क्या बोले गुरमीत सिंह तोते
आप सब की एकता, यूनियन के बेहतर तालमेल और यूनियन के प्रति प्रबंधन के विश्वास से ही यह समझौता हो पाया है. निश्चित तौर पर बच्चे जब योगदान देंगे, तो कंपनी और तकनीकी रूप से विकसित होगी. कंपनी उन्नति करेगी और हम बाजार में बेहतर वाहन दे पायेंगे. 
गुरमीत सिंह तोते, अध्यक्ष, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन

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