मुकेश अंबानी को हजारों करोड़ की चपत, अनिल अंबानी को 11 दिन बाद घाटा; बाजार में ये हो क्या रहा है?
बाजार में गिरावट का कारण
न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता
नई दिल्ली:इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव का असर भारतीय शेयर बाजार पर साफ तौर पर देखा जा रहा है। पिछले कारोबारी दिन, बीएसई सूचकांक 1769 अंक और निफ्टी 131.90 अंक टूटकर बंद हुआ। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है, जिसका सीधा प्रभाव देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी पर पड़ा है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज में गिरावट
गुरुवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयर में करीब चार प्रतिशत की गिरावट देखी गई। इस गिरावट से रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 77,607 करोड़ रुपये कम हो गया। बीएसई पर इस दिग्गज शेयर में 3.91 प्रतिशत की गिरावट आई और यह कारोबार के अंत में 2,815.25 रुपये पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 5 प्रतिशत से अधिक गिरकर 2,775 रुपये पर पहुंच गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भी शेयर 3.94 प्रतिशत फिसलकर 2,813.95 रुपये पर आ गया। इस गिरावट का यह लगातार तीसरा दिन था, जिसमें कंपनी का मार्केट कैप कुल 7.76 प्रतिशत गिर चुका है।
मुकेश अंबानी को भारी नुकसान
शुक्रवार के शुरुआती सत्र में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर गिरकर 2766 रुपये पर आ गया। इस गिरावट से मुकेश अंबानी को 27,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। पहले दिन का 19,04,762 करोड़ रुपये का मार्केट कैप घटकर 18,87,611 करोड़ रुपये पर आ गया। बीएसई पर कंपनी के शेयर का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 3,217.90 रुपये और न्यूनतम स्तर 2,221 रुपये है।
अनिल अंबानी की कंपनियों में भी गिरावट
दूसरी तरफ, अनिल अंबानी की कंपनियों रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रा के शेयरों में भी गिरावट देखी गई। पिछले 11 दिनों से लगातार तेजी देखने के बाद शुक्रवार को रिलायंस पावर के शेयर में 5 प्रतिशत की गिरावट आई और इसके साथ ही शेयर में लोअर सर्किट लग गया। शुक्रवार सुबह रिलायंस पावर का शेयर 53.65 रुपये से गिरकर 50.97 रुपये पर आ गया। इससे कंपनी का मार्केट कैप घटकर 20,474 करोड़ रुपये रह गया।
बॉंड जारी करने की योजना
इससे पहले गुरुवार को रिलायंस पावर के निदेशक मंडल ने बॉंड जारी कर 50 करोड़ डॉलर (करीब 4,198 करोड़ रुपये) जुटाने को मंजूरी दी है। निदेशक मंडल ने सभी कर्मचारियों के लिए कर्मचारी शेयर विकल्प योजना (ESOS) को भी मंजूरी दी है। जानकारी के अनुसार, रिलायंस पावर ने 5 प्रतिशत सालाना ब्याज पर असुरक्षित विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉंड जारी करने की योजना बनाई है।
रिलायंस ग्रुप की यूनिट रिलायंस पावर ने कहा कि ये बॉंड वर्दे इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स के सहयोगियों को जारी किए जाएंगे। निदेशक मंडल ने सभी कर्मचारियों को 1,180 करोड़ रुपये से अधिक के 22 करोड़ इक्विटी शेयर देने की योजना को भी मंजूरी दी है।
निष्कर्ष
इस प्रकार, वर्तमान समय में भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव और विशेष रूप से मुकेश और अनिल अंबानी की कंपनियों में हो रही गिरावट निवेशकों और बाजार विश्लेषकों के लिए चिंता का विषय बन गई है। आगे आने वाले समय में इन घटनाक्रमों का असर कैसे होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
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