गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा, कृष्णा नगर कॉलोनी में आयोजित विशेष कीर्तन समागम में बीबी सिमरण कौर ने शबद गायन कर साध संगत का मन मोह लिया.
गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा, कृष्णा नगर कॉलोनी में आयोजित विशेष कीर्तन समागम में बीबी सिमरण कौर ने शबद गायन कर साध संगत का मन मोह लिया.
रांची-गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा,कृष्णा नगर कॉलोनी में विशेष कीर्तन समागम का अयोजन किया गया. इस उपलक्ष में सजाए गए विशेष दीवान की शुरुआत स्त्री सत्संग सभा की शीतल मुंजाल द्वारा " जिथे बाबा पैर धरे पूजा आसन थापन सोआ...." शबद गायन से हुई.
हजूरी रागी जत्था भाई महिपाल सिंह जी ने " मेरे राम राई तू संता का संत तेरे....." एवं " हम बैठे तुम देहो असीसां......" शबद गायन कर साध संगत को गुरबाणी से जोड़ा.
सिख पंथ के प्रसिद्ध बीबी रागी जत्था की बीबी सिमरण कौर जी, लुधियाना वाली ने " जी की बिरथा होए सो गुर पहि अरदास कर......" एवं " ए मन हर जी धिआई तू इक मन इक चित भाए...." तथा " बाबा बिखु देखिआ संसार रखिआ करहू गुसाई मेरे मैं नाम तेरा आधारू....." जैसे कई शबद गायन कर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया.उन्होंने साध संगत को वाहेगुरु का जाप भी कराया.
श्री अनंद साहिब जी के पाठ,अरदास,हुक्मनामा तथा कढ़ाह प्रशाद वितरण के साथ दीवान की समाप्ति हुई. इस मौके पर सत्संग सभा द्वारा श्रद्धालुओं के लिए रात नौ बजे से गुरु का अटूट लंगर भी चलाया गया. मंच संचालन गुरु घर के सेवक मनीष मिढ़ा ने किया. कार्यक्रम का सीधा प्रसारण गुरु घर के सेवक पवनजीत सिंह द्वारा यूट्यूब के चैनल मेरे साहिब पर किया गया.
गुरु नानक सत्संग सभा के अध्यक्ष द्वारका दास मुंजाल ने बीबी सिमरण कौर एवं साथियों को गुरु घर का सरोपा भेंट कर सम्मानित किया. सत्संग सभा के सचिव अर्जुन देव मिढ़ा ने सभी सिख श्रद्धालुओं से इसी तरह गुरु घर से जुड़कर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का आशीर्वाद प्राप्त करने को कहा.
सत्संग सभा के मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने बताया कि गुरु नानक सत्संग सभा के मनीष मिढ़ा की अगवाई में सुमित बजाज,कमल तलेजा,भरत गाबा एवं सोनू मिढ़ा ने लुधियाना से कार्यक्रम में शिरकत करने विशेष तौर से रेल मार्ग से पहुंची बीबी सिमरण कौर एवं साथियों का बुके भेंट कर स्वागत किया और वहां से उन्हें गुरुद्वारा साहिब लाया गया.
लंगर की सेवा में अशोक गेरा,सुरेश मिढ़ा,मोहन काठपाल,नानक चंद अरोड़ा,महेंद्र अरोड़ा,अनूप गिरधर,हरीश मिढ़ा,विनोद सुखीजा,जीवन मिढ़ा, एवं राजकुमार सुखीजा तथा जोड़े की सेवा में बसंत काठपाल,प्रेम मिढ़ा,लक्ष्मण अरोड़ा,पुरुषोत्तम सरदाना,तुषार मिढ़ा,आयुष पपनेजा,गीता मिढ़ा एवं गरिमा अरोड़ा की विशेष भागीदारी रही.
आज के दीवान में हरविंदर सिंह बेदी,हरगोबिंद सिंह,लेखराज अरोड़ा,नरेश पपनेजा,चरणजीत मुंजाल,हरजीत बेदी,सुभाष मिढ़ा,राकेश गिरधर,अमरजीत गिरधर,इंदर मिढ़ा,रमेश पपनेजा,आशु मिढ़ा,नवीन मिढ़ा, कवलजीत मिढ़ा,वेद प्रकाश मिढ़ा,लक्ष्मण दास मिढ़ा,हरविंदर सिंह हन्नी,कमल मुंजाल,रमेश तेहरी,जीतू अरोड़ा,सुरजीत मुंजाल,महेश सुखीजा,सूरज झंडई,रौनक ग्रोवर, जगदीश मुंजाल,भगवान दास मुंजाल,मोहन लाल अरोड़ा,रमेश गिरधर,नीरज गखड़,अश्विनी सुखीजा,सागर थरेजा,पंकज मिढ़ा,जीतू काठपाल,राजेंद्र अरोड़ा,अमरजीत मुंजाल,कमल अरोड़ा,गीता कटारिया,मंजीत कौर,बिमला मिढ़ा,नीता मिढ़ा,इंदु पपनेजा,रेशमा गिरधर,नीतू किंगर,ममता थरेजा,मीना गिरधर,उषा झंडई,किरण अरोड़ा,ज्योति मिढ़ा,खुशबू मिढ़ा,रमेश गिरधर,श्वेता मुंजाल सहित अन्य शामिल थे.
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