झारखंड का एक गांव, जहां एक ही घाट पर लोग करते हैं छठ
न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता
धनबाद-झारखंड के धनबाद जिले के राजगंज थाना क्षेत्र का एक गांव है धारकिरो, जहां करीब एक सौ ब्राह्मण परिवार रहते हैं. इस गांव में महापर्व छठ का आयोजन समाज के लिए एक मिसाल है. आज भी इस गांव में सामूहिक छठ होता है. पूरे गांव के लोग आपस में मिलकर महापर्व मनाते हैं. एक ही घाट पर सभी लोग अर्घ्य देते हैं. स्वर्गीय जगन्नाथ तिवारी के पुत्र वैद्यनाथ तिवारी, साहेब राम तिवारी और पंचानंद तिवारी के वंशज आज भी परंपरा को निभाते आ रहे हैं.
एक ही घाट पर सभी देते हैं अर्घ्य
धारकिरो गांव में इस साल भी महापर्व छठ का आयोजन धूमधाम से हो रहा है. इसकी तैयारी में पूरा गांव तन-मन से जुटा हुआ है. गांव से लेकर घाट तक साफ सफाई, साज-सज्जा, प्रसाद बनाने से लेकर इसके वितरण तक में सबकी भागीदारी रहती है. अर्घ्यदान भी एक ही घाट पर पूरे गांव के लोग एक साथ करते हैं.
महापर्व छठ में दिखती है सामूहिकता
सामूहिक व्रत में पूरे गोतिया के बुजुर्ग, युवा, महिला, पुरुष, बच्चे सभी भाग लेते हैं. इस बार यहां छठ में कन्हाई लाल तिवारी और निशांत नवीन तिवारी व्रती हैं. हरि प्रसाद तिवारी, मुकेश प्रसाद तिवारी, सपन तिवारी, नकुल तिवारी, प्रणव तिवारी, पीयूष तिवारी, भानुशंकर तिवारी, दुलाल तिवारी, रोहित तिवारी, मनोज तिवारी, सुबीर तिवारी, कार्तिक तिवारी, विजय रंजन तिवारी, सत्यम तिवारी, कालीचरण तिवारी, भोला तिवारी, हिमांशु शेखर तिवारी, संजय तिवारी, प्रदीप तिवारी सहित पूरे गांव लोग योगदान दे रहे हैं.
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