ऑडिशन में 24 और सिख इतिहास परीक्षा में 55 बने प्रतिभागी-विजेताओं को 4 अगस्त को साकची गुरुद्वारा में किया जाएगा पुरुस्कृत

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गावहो सच्ची बाणी” कीर्तन मुकाबला ऑडिशन में 24 और सिख इतिहास परीक्षा में 55 बने प्रतिभागी, विजेताओं को 4 अगस्त को साकची गुरुद्वारा में किया जाएगा पुरुस्कृत

उत्साहपूर्वक बच्चों ने लिया भाग, बिष्टुपुर गुरुद्वारा कमेटी ने आयोजकों की खूब सराहना की

जमशेदपुर।“गावहो सच्ची बाणी” कीर्तन मुकाबला के ऑडिशन में 24 और सिख इतिहास के प्रशनोत्तरी मुकाबले में 55 प्रतिभागियों ने शहर के अलग अलग क्षेत्रों से प्रतिभागियों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया. पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत रविवार को बिष्टुपुर जी टाउन गुरुद्वारा में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. कीर्तन का ऑडिशन पहाड़ी गुरुद्वारा में हुआ. यहां अकाली दल के प्रधान सुखदेव सिंह खालसा ने ऑडिशन की सफलता की अरदास की. दल के रविंद्र सिंह खालसा ने भी मौजूद रहकर बच्चों का उत्साह बढ़ाया. 
उधर, गुरुद्वारा के मुख्य दरबार में हॉल में सिख इतिहास की परीक्षा के पूर्व गुरुद्वारा के मैनेजर भाई विक्रम सिंह ने अरदास की. हुक्मनामा लेने के बाद प्रतिभागियों को प्रश्न पत्र बांटे गए. ए और बी में लगभग 55 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. यहां परीक्षा केंद्र पर ग्रंथी मोहन सिंह, गुरमत प्रचार सेंटर के प्रचारक हरविंदर सिंह जमशेदपुरी, सोनारी से बीबी सुरजीत कौर, मंजीत कौर, हरप्रीत कौर, गोलपहाड़ी सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान परमजीत कौर, गोलपहाड़ी गुरुद्वारा की ग्रंथी बीबी गुरमीत कौर उपस्थित रही और बड़े ही जिम्मेदारी के साथ परीक्षा संपन्न कराई. इस दौरान बिष्टुपुर गुरुद्वारा कमेटी की ओर से खासा प्रबंध किये गए थे. प्रतिभागी बच्चों के साथ-साथ संगत के लिए गुरु के अटूट लंगर की भी व्यवस्था की गई थी. अतिथियों ने आयोजकों के द्वारा किये गए कार्यक्रम की प्रशंसा की गई. साथ ही यह दावा किया गया कि अब तक शहर में जितने भी धार्मिक मुकाबले हुए हैं. इतनी बड़ी संख्या में प्रतिभागी शामिल नहीं होते थे. यह आयोजनकर्ताओं की मेहनत और लगन है कि प्रतिभागियों को इस धार्मिक आयोजन से जोड़ा. 
गुरवाणी कीर्तन मुकाबले में श्री गुरुग्रंथ साहिब में दर्ज 31 राग आधारित गुरवाणी शबद गायन किये गए. प्रतिभागियों का ताल, सूर और गुरवाणी उच्चारण को सुनकर जजमेंट किया गया. राग की जजमेंट में स्टेशन रोड जुगसलाई के हजूरी जत्था भाई जगदीप सिंह और सीतारामडेरा के हजूरी जत्था भाई प्रदीप सिंह, जबकि गुरवाणी उच्चारण के लिए अकाली दल के सुखदेव सिंह ने जज की भूमिका निभाई. 
सीजीपीसी के चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह, कीताडीह के पूर्व प्रधान अर्जुन सिंह वालिया, सुंदरनगर गुरुद्वारा के प्रधान मलकीत सिंह, बिष्टुपुर के प्रधान प्रकाश सिंह उर्फ पप्पी, सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान बीबी रविंद्र कौर, चेयरपर्सन बीबी कमलजीत कौर, सेंट्रल सिख नौजवान सभा के चेयरमैन दमनप्रीत सिंह, अवतार सिंह आदि. 
आयोजनकर्ता चरणजीत सिंह और इंदर ने संयुक्त रूप से बताया कि इस गुरवाणी प्रतियोगिता का फाइनल 4 अगस्त को साकची गुरुद्वारा साहेब में गुरुद्वारा कमेटी के सहयोग से होगा. इसमें जवद्दी टकसाल लुधियाना से प्रशिक्षण प्राप्त बीबी सिमरन कौर जज की भूमिका निभाएंगी. सुबह 10 से एक बजे तक महान कीर्तन दरबार सजेगा. जिसमें जमशेदपुर से हरविंदर सिंह जमशेदपुरी, तख्त पटना साहेब के हजूरी रागी भाई ज्ञान सिंह, ज्ञानी सुच्चा सिंह,  पंजाब मेहता चौक वाले (बाबा बूढा जी के वंश) भी संगत को दर्शन देंगे और गुरु के उपदेशों से संगत को निहाल करेंगे.  इस दौरान विजेता प्रताभिगोयों के साथ-साथ गणमान्य लोगों को पुरुस्कृत किया जाएगा. 
कार्यक्रम को सफल बनाने में बिष्टुपुर के साथ साकची गुरुद्वारा कमेटी, सेंट्रल सिख नौजवान सभा, सिख यूथ ब्रिगेड, हर की उस्तत के सदस्य चरणजीत सिंह, साकची गुरुद्वारा सह सीजीपीसी के प्रवक्ता बलजीत सिंह संसोआ, इंदरजीत सिंह इंदर, ज्ञानी मनप्रीत सिंह, गुरबचन सिंह राजू, हरविंदर सिंह, रंजीत सिंह मोनू, हरप्रीत सिंह, भवनीत सिंह, गुरुद्वारा कमेटी से सचिव त्रिलोक सिंह, ट्रस्टी हरभजन सिंह पनेसर,  मेंबर हरदयाल सिंह, जसपाल सिंह उब्बू, त्रिलोचन सिंह, गुरबचन सिंह, सुखदेव सिंह आदि का सराहनीय सहयोग रहा।

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