तेजस्वी यादव का डीएमके नेता ए राजा के विवादास्पद बयानों पर प्रतिक्रिया-यह व्यक्तिगत विचार हैं और इससे गठबंधन का कोई लेना-देना नहीं है

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तेजस्वी यादव का डीएमके नेता ए राजा के विवादास्पद बयानों पर प्रतिक्रिया,यह व्यक्तिगत विचार हैं और इससे गठबंधन का कोई लेना-देना नहीं है
न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता 
पटना: द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के नेता ए राजा के हालिया बयानों ने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है। राजा ने भारत को एक उपमहाद्वीप बताते हुए कहा कि यह एक देश नहीं है, जहाँ एक भाषा और एक संस्कृति का होना आवश्यक है। उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि यह व्यक्तिगत विचार हैं और इससे गठबंधन का कोई लेना-देना नहीं है।

तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया

तेजस्वी यादव ने कहा, "यह कोई विषय नहीं है कि कौन क्या व्यक्तिगत बात करता है। इससे हम लोगों को कोई लेना-देना नहीं है। यह सब विश्वास का मामला है। धर्म को लेकर जो बहस छिड़ जाती है, उससे लोगों को बचाना चाहिए।" उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी की बात से किसी को ठेस पहुंचती है, तो ऐसी बातें नहीं होनी चाहिए।

ए राजा का बयान

ए राजा ने एक मार्च को कोयंबटूर में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के जन्मदिन के आयोजन में कहा था, "एक देश का मतलब है एक भाषा, एक संस्कृति, एक परंपरा। भारत एक देश नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है। यहाँ तमिलनाडु एक देश है, जिसकी एक भाषा और एक संस्कृति है। मलयालम एक अन्य भाषा और संस्कृति है। इन सभी के एक साथ आने से ही भारत बना है - इसलिए भारत एक उपमहाद्वीप बनता है, एक देश नहीं।"

राजनीतिक ramifications

राजा के इस बयान ने कांग्रेस की अगुआई वाले इंडिया गठबंधन को भी बैकफुट पर ला दिया है। इस विवाद ने राजनीतिक चर्चा को और बढ़ा दिया है, जिससे विभिन्न दलों के बीच मतभेद और स्पष्ट हो गए हैं।

निष्कर्ष

इस प्रकार, तेजस्वी यादव और अन्य नेताओं ने ए राजा के बयानों पर अपनी चिंताओं को व्यक्त किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर राजनीतिक बहसें अभी भी जारी रहेंगी। ऐसे बयानों से न केवल राजनीतिक माहौल प्रभावित होता है, बल्कि समाज में भी विभाजन पैदा करने की क्षमता रखता है।

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