*जमशेदपुर: भाजयुमो के युवा आक्रोश रैली के लिए जाते भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका, नाराज कार्यकर्ताओं ने दी चेतावनी*

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*जमशेदपुर: भाजयुमो के युवा आक्रोश रैली के लिए जाते भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका, नाराज कार्यकर्ताओं ने दी चेतावनी*

न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

जमशेदपुर: झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में शुक्रवार को प्रस्तावित भाजयुमो (भारतीय जनता युवा मोर्चा) की युवा आक्रोश रैली में भाग लेने जा रहे जमशेदपुर महानगर के हजारों भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रशासन द्वारा विभिन्न स्थानों पर वाहन चेकिंग के नाम पर रोका गया। प्रशासन ने प्रत्येक 100 से 200 मीटर की दूरी पर बड़े वाहनों को रोककर चेकिंग की, जिससे सड़क पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई।

इससे पहले मरीन ड्राइव पुल पर जमशेदपुर महानगर की ओर से जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं की बसों और वाहनों को प्रशासन ने जबरन रोका। इस कार्रवाई के विरोध में भाजपा नेता शिवशंकर सिंह,नंदजी प्रसाद समेत कई नेता पुलिस से भिड़ गए, जिसके कारण मौके पर हंगामा हो गया। जमशेदपुर महानगर के अध्यक्ष सुधांशु ओझा समेत अन्य नेताओं ने इस पर सवाल उठाए, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला।

इस स्थिति से नाराज होकर जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सभी बसों को जमशेदपुर से जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो जमशेदपुर के सभी भाजपा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जमशेदपुर दौरे के दौरान सोनारी एयरपोर्ट के रास्ते में धरना प्रदर्शन करेंगे।

कार्यकर्ताओं ने हेमंत सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। डोबो पुल के रास्ते शहर से बाहर जाने के बाद चौका थाना, तमाड़ थाना और अन्य स्थानों पर भी प्रशासन द्वारा बड़े ट्रकों को रोककर कार्यकर्ताओं के बसों के रास्ते में अवरोध उत्पन्न किया जा रहा है।

सुधांशु ओझा ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार पूरी तरह से डर गई है और युवाओं के इस आंदोलन से उसका सिंहासन हिल गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन वाहन चेकिंग के नाम पर भाजपा कार्यकर्ताओं को कई घंटे से परेशान कर रहा है। ओझा ने कहा कि हेमंत सरकार को जितना भी जोर लगाना है, वे लगा लें, लेकिन यह भी याद रखें कि बड़ी से बड़ी तानाशाही ताकतें भी युवाओं की क्रांति को नहीं रोक पाई हैं।

उन्होंने कहा कि जब-जब हेमंत सरकार डरती है, पुलिस को आगे कर देती है, लेकिन अब यह विरोध तब तक शांत नहीं होगा जब तक हेमंत सरकार की विदाई नहीं हो जाती। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं का आक्रोश सरकार के खिलाफ बढ़ता जा रहा है और स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

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