राहुल गांधी को मैं राजनीतिक मानता ही नहीं हूं- इतनी उम्र बीत जाने के बाद भी अपने आप को युवा नेता- बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जैसवाल
राहुल गांधी को मैं राजनीतिक मानता- इतनी उम्र बीत जाने के बाद भी अपने आप को युवा नेता- बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जैसवाल
पिछले दिनों लोकसभा में जाती को लेकर अनुराग ठाकुर और राहुल गाँधी में छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है । राहुल गांधी को लेकर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जैसवाल ने कहा कि राहुल गांधी को मैं राजनीतिक मानता ही नहीं हूं । क्योंकि अभी इतनी उम्र बीत जाने के बाद भी अपने आप को युवा नेता कहते हैं । अगर 55 साल में लोग युवा नेता रहते हो तो युवाओं को क्या होगा ? यह लोग युवाओं का रोजगार छीनने वाले लोग हैं, जो बुढ़ापे में भी अपने आप को युवा कहते हैं । तो देश के सभी युवा इस बात को लेकर चिंतित है कि राहुल गांधी युवा है तो हम युवाओं का क्या होगा ? पहले तो युवाओं का हक छीनने वाला नेता इस देश में नहीं चलेगा ।
विपक्ष के नेता जातीय आधारित गणना कराने की बात देश में कर रहे हैं विपक्ष के नेता । इस सवाल को लेकर दिलीप जैसवाल ने कहा कि हमें यह समझ में नहीं आ रहा है कि इनको जनगणना में दिक्कत क्या है ? क्यों इस पर सवाल पर सवाल कर रहे हैं ? यह सब तो बहुत पिछलापन है । छोटी राजनीति है । पॉलिटिशियन को भी थोड़ा सा अपना स्तर ऊंचा करना होगा । चाहे वह किसी पार्टी के नेता हो । नेताओं को अपना स्तर ऊपर करना होगा । रोज एक ही चीज पर श्रय लेने की होड़ लगी है । कुछ नया सोचिए । जब सभी चीज पार्टी ने क्लियर कर दिया कि हम सब चाहते हैं कि देश मे जाती आधारित गणना हो । मोदी जी का यही नारा है सबका साथ सबका विकास । एक बात सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओ को जान जाना चाहिए । चाहे वह भाजपा के लोग या विपक्ष के लोग हैं सबको ।इन लोगों मैं यही सलाह देना चाहता हूं कि एक ही मुद्दा कितना दिन तक भुनाइयेगा । अब इसको भूल जाइए बासी हो गया यह मुद्दा । क मैं अनुरोध करता हूं सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से सबके अलावा देश का कोई ज्वलंत मुद्दा उठाइए ।
वहीं सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के बयान पर कहां कि यह उनका व्यक्तिगत मामला है । अभी हमने उनके बयान को नहीं सुना है । सुनने के बाद मैं विस्तृत जानकारी दूंगा ।
नितिन गडकरी के द्वारा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखे जाने पर दिलीप जायसवाल ने कहा हर वक्त अच्छा सुझाव सभी नेताओं को देना चाहिए । मैं जब राजस्व भूमि विभाग के मंत्री का कुर्सी संभाला और मैंने कहा कि अंचल कार्यालय के नीचे जो राजस्व कर्मचारी के साथ कुछ दलाल माफिया एजेंट गरीबों को ठगने का काम करते हैं तो इसपर लोगों ने कह दिया कि बोल रहे हैं कि आप अपने विभाग की भ्रष्टाचार की बातें करते हैं । अगर कहीं भी गलत हो रहा है कहीं भी अच्छा सुझाव है तो सभी राजनीतिक दलों को सुझाव देना चाहिए । सुझाव कभी नेगेटिव नहीं होता है । यह सकारात्मक होता है ।
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