ममता सरकार के मंत्री के फिर बिगड़े बोल-महिला अफसर को धमकाया-अपशब्द कहे-भाजपा ने घेरा-तो तृणमूल ने की निंदा
ममता सरकार के मंत्री के फिर बिगड़े बोल: महिला अफसर को धमकाया, अपशब्द कहे; भाजपा ने घेरा, तो तृणमूल ने की निंदा*
*कोलकाता:* पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरि एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। शनिवार को पूर्वी मेदिनीपुर जिले के ताजपुर समुद्र तट के निकट, उन्होंने राज्य वन विभाग की एक महिला अधिकारी और उनकी टीम को कथित तौर पर धमकाया और अपशब्द कहे। तृणमूल कांग्रेस के रामनगर से विधायक गिरि की यह हरकत टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित हुई, जिसमें उन्हें महिला अधिकारी मौमिता साहू को धमकाते हुए देखा जा सकता है।
घटना का विवरण:
वन विभाग की टीम ताजपुर में समुद्र तट के निकट विभाग की जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी। इस अभियान के दौरान, गिरि स्थानीय व्यापारियों के साथ मौके पर पहुंचे। बताया जाता है कि वहां पर कुछ दुकानें वन विभाग की जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थीं, जो समुद्र के इतने करीब थीं कि ज्वार के दौरान जलमग्न हो जाती थीं। इन दुकानों को शुक्रवार रात हटाया गया था, जिसके बाद शनिवार को मंत्री गिरि और वन विभाग के अधिकारियों के बीच झड़प हुई।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
इस घटना ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। भाजपा ने मंत्री गिरि की गिरफ्तारी की मांग की है। भाजपा का कहना है कि एक मंत्री द्वारा महिला अधिकारी के साथ इस तरह का व्यवहार निंदनीय है और यह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार की असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
तृणमूल कांग्रेस की प्रतिक्रिया:
तृणमूल कांग्रेस ने अपने मंत्री के व्यवहार की निंदा की है। पार्टी ने स्पष्ट किया कि वह मंत्री गिरि के इस बयान का समर्थन नहीं करती है। तृणमूल के एक प्रवक्ता ने कहा, "हम किसी भी अधिकारी के साथ इस तरह के व्यवहार का समर्थन नहीं करते हैं, और यह पार्टी की नीति के खिलाफ है।"
वन विभाग की प्रतिक्रिया:
राज्य वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "ताजपुर में समुद्र तट के निकट वन विभाग की जमीन पर कुछ दुकानें अवैध रूप से बनाई गई थीं। ये दुकानें समुद्र के इतने नजदीक थीं कि ज्वार के दौरान जलमग्न हो जाती थीं। शुक्रवार रात को इन दुकानों को हटा दिया गया।"
पिछले विवाद:
यह पहली बार नहीं है जब मंत्री अखिल गिरि विवादों में घिरे हैं। दो साल पहले, उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर भी विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिसके बाद भी उनकी आलोचना हुई थी।
निष्कर्ष:
मंत्री अखिल गिरि की इस घटना ने एक बार फिर पश्चिम बंगाल की राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है। जहां भाजपा ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, वहीं तृणमूल कांग्रेस ने अपने मंत्री की निंदा कर दी है। अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती हैं और क्या मंत्री गिरि के खिलाफ कोई कार्रवाई होती है या नहीं।
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