*जमशेदपुर की "लाइफ लाइन रोड" की हालत जर्जर, भाजपा नेता देवेंद्र सिंह ने सरकार पर साधा निशाना*

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जमशेदपुर की "लाइफ लाइन रोड" की हालत जर्जर, भाजपा नेता देवेंद्र सिंह ने सरकार पर साधा निशाना*

न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

जमशेदपुर । "लाइफ लाइन रोड," जो सोनारी के दोमुहानी डोभो पुल से शुरू होकर कांदरबेड़ा में राष्ट्रीय राजमार्ग-33 (NH-33) से मिलती है, इन दिनों अपनी जर्जर हालत के कारण चर्चा में है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जमशेदपुर के पूर्व जिला अध्यक्ष और पश्चिम विधानसभा के प्रत्याशी रहे देवेंद्र सिंह ने झारखंड सरकार की नीतियों और निष्क्रियता पर कड़ा प्रहार किया है।

देवेंद्र सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में मांनगो पुल पर लगने वाले जाम को देखते हुए जमशेदपुर के निवासियों की सुविधा के लिए स्वर्णरेखा नदी पर दोमुहानी के पास एक नया पुल बनाया गया था और 12 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई गई थी, जो एनएच-33 से जुड़ती है। यह सड़क उन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग बन गया है, जो रांची, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, और अन्य राज्यों की यात्रा करते हैं। उन्होंने बताया कि इस मार्ग पर भारी वाहन, जैसे ट्रक और ट्रेलर भी चलते हैं।

देवेंद्र सिंह ने कहा, "रघुवर दास की सरकार ने इस सड़क को फोर-लेन बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण किया था। योजना थी कि पहले इसे दो-लेन सड़क के रूप में बनाया जाए और बाद में 2019 के बाद इसे फोर-लेन में परिवर्तित किया जाए।"

हालांकि, हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली यूपीए गठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद, न केवल फोर-लेन सड़क बनाने का काम ठप हो गया, बल्कि इस सड़क की मरम्मत भी नहीं की जा सकी। उन्होंने आरोप लगाया कि सड़क पूरी तरह से झारखंड सरकार के नियंत्रण में है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

देवेंद्र सिंह ने बताया कि सरायकेला के कार्यपालक अभियंता गणेश राम हेंब्रम से जब उन्होंने सड़क की मरम्मत के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उनका एक सप्ताह पहले ही स्थानांतरण हो गया है, इसलिए वह इस संबंध में कुछ नहीं बता सकते। सिंह ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा, "यह सड़क इतनी टूट चुकी है कि समझ में नहीं आता कि सड़क में गड्ढा है या गड्ढे में सड़क है। क्या हेमंत सरकार के पास पैसे का अभाव है?"

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कागजों में कई बार इस सड़क की मरम्मत हो चुकी है, लेकिन असल में कोई काम नहीं हुआ। देवेंद्र सिंह का कहना है कि झारखंड सरकार के सरकारी अधिकारी और जनप्रतिनिधि मिलकर सड़कों की मरम्मत के नाम पर करोड़ों रुपये का गबन कर रहे हैं। "अगर झारखंड में भाजपा की सरकार आती है, तो हम इस घोटाले की जांच कराएंगे और दोषियों को जेल भेजा जाएगा," देवेंद्र सिंह ने कहा।

उन्होंने आगे बताया कि जमशेदपुर के विधायक और झारखंड सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता और अन्य जनप्रतिनिधि भी इसी सड़क से हमेशा आते-जाते हैं, लेकिन सड़क की स्थिति सुधारने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है।

इस पूरी स्थिति पर देवेंद्र सिंह ने झारखंड सरकार की कड़ी आलोचना की और कहा कि जब तक सरकार में इच्छाशक्ति की कमी रहेगी, तब तक इस तरह की समस्याएं बनी रहेंगी। जनता के हित में सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और इस सड़क की मरम्मत करानी चाहिए ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

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