कंगना रनौत के बयान से बैकफुट पर बीजेपी, करने लगी डैमेज कंट्रोल

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कंगना रनौत के बयान से बैकफुट पर बीजेपी, करने लगी डैमेज कंट्रोल

न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

नई दिल्ली:मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत का किसान आंदोलन से जुड़ा बयान पार्टी को नागवार गुजरा है. पार्टी ने डांट लगाते हुए कंगना को ऐसे बयान न देने की हिदायत दी है।

सियासत में मजबूरी समझनी हो तो बीजेपी को केस स्टडी की तरह लीजिए. लोकसभा चुनाव में अपने दम पर बहुमत से छिटकी तो बार-बार कदम खींचने पड़ रहे हैं, कभी वक्फ एक्ट के मुद्दे पर तो कभी 'लेटरल एंट्री' से नियुक्तियों पर. कहते हैं न कि दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंककर पीता है, बीजेपी छाछ में भी बर्फ डालकर पी रही है! अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत के मामले में कुछ यही हुआ.

कंगना रनौत का विवादास्पद बयान

हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने ट्विटर पर अपने एक इंटरव्यू की क्लिप पोस्ट की थी. इसमें उन्होंने कहा था कि अगर देश का नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो भारत में भी 'बांग्लादेश जैसे हालात' पैदा हो सकते थे. उन्होंने यह भी दावा किया कि किसानों के प्रदर्शन के दौरान 'लाशें लटकी थी और बलात्कार की घटनाएं हो रही थीं.' कंगना ने आरोप लगाया कि (अब निरस्त किए जा चुके) तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे.

विपक्ष ने कंगना पर साधा निशाना

कंगना के बयान पर विपक्षी दलों और किसान संगठनों ने निशाना साधा. हरियाणा में एक अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और अन्य नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र और राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी को निशाना बनाया.

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि किसी नेता ने आज तक अन्नदाताओं के खिलाफ उन शब्दों का इस्तेमाल नहीं था जो कंगना रनौत ने किए हैं. उन्होंने कहा कि अगर यह भाजपा का मत नहीं है तो कंगना को पार्टी से निकालिए.

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सवाल किया कि क्या कंगना ने भाजपा की चुनावी रणनीति के हिसाब से किसानों पर यह घटिया आरोप लगाया है? उन्होंने पूछा कि बीजेपी देश के किसानों के प्रति इतनी 'नफरत' क्यों पाले हुई है.

बीजेपी ने कंगना से किया किनारा

बीजेपी ने हंगामा मचता देख सोमवार शाम तक कंगना के बयान से किनारा कर लिया. पार्टी ने कहा कि कंगना रनौत द्वारा दिया गया बयान पार्टी का मत नहीं है. भाजपा कंगना रनौत के बयान से असहमति व्यक्त करती है. पार्टी ने कहा कि वह 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्पित है.

हरियाणा चुनाव का असर

कंगना के बयान पर बीजेपी का इतनी त्वरित और ऐसी प्रतिक्रिया आना हैरान नहीं करता. लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद पार्टी विवादों से बचने की कोशिश करती दिखी है. हरियाणा जो कि किसान आंदोलनों का प्रमुख केंद्र रहा, वहां विधानसभा चुनाव होने हैं. कंगना के बयान से बीजेपी को हरियाणा में नेगेटिव असर पड़ने की आशंका थी. वहां बीजेपी सरकार किसानों को लुभाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है.

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