केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी फैसले का किया विरोध

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केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने सुप्रीम कोर्ट के एससी/एसटी फैसले का किया विरोध*

*बिहार:* केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के एससी/एसटी (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति) से संबंधित फैसले का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से उनकी पार्टी पूरी तरह असहमत है और इसे बदलने की आवश्यकता है।

चिराग पासवान, जो कि हाजीपुर से सांसद हैं और केंद्र में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय का कार्यभार संभालते हैं, ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जो ऑब्जर्वेशन आया है, वह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की योजना बना रही है। उनके अनुसार, इस मामले में जल्द ही कदम उठाए जाएंगे ताकि प्रभावित समुदायों के अधिकारों की रक्षा की जा सके।

इसके अलावा, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा इस मामले में किए गए विरोध पर चिराग पासवान ने कहा कि वह तेजस्वी यादव के साथ हैं और इस फैसले के विरोध में उनका समर्थन करते हैं। चिराग पासवान का कहना है कि यह फैसला न्यायसंगत नहीं है और इससे समाज के वंचित वर्गों को नुकसान पहुंच सकता है।

चिराग पासवान, जो अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं, इस मुद्दे पर मुखर हैं और उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी एससी/एसटी समुदायों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला सामाजिक न्याय की अवधारणा के खिलाफ है और इसमें सुधार की आवश्यकता है।

यह मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि देश के राजनीतिक नेताओं के बीच सामाजिक न्याय के मुद्दों को लेकर कितना गहरा महत्व है और वे किस तरह से इन मुद्दों पर ध्यान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। चिराग पासवान की इस प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट होता है कि उनकी पार्टी एससी/एसटी समुदायों के अधिकारों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है।

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