भाजपा ने डॉ अजय कुमार पर किया पलटवार,70 आदिवासियों की मौत वाली जहरीली शराब कांड में उनकी तानाशाही, कहा- संघर्षशील मजदूर नेता वी जी गोपाल की हत्या भी उनके एसपी कार्यकाल की देन

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भाजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने डॉ अजय कुमार को याद दिलाया 70 आदिवासियों की मौत वाली जहरीली शराब कांड में उनकी तानाशाही, कहा- संघर्षशील मजदूर नेता वी जी गोपाल की हत्या भी उनके एसपी कार्यकाल की देन।

● पांच साल के कुशासन का हिसाब दें झामुमो-कांग्रेस के नेता: भाजपा
● भ्रष्टाचार की जननी है कांग्रेस, उनके नेताओं के मुंह से भ्रष्टाचार पर बातें शोभा नही देती: संजीव सिंह
न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता
जमशेदपुर। भाजपा ने कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर लगाए गए बेबुनियाद आरोपों पर कड़ा हमला बोला है। मंगलवार को भाजपा जमशेदपुर महानगर के साकची स्थित जिला कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कांग्रेस पार्टी एवं डॉ अजय कुमार पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान जिला महामंत्री संजीव सिंह, जिला उपाध्यक्ष राजीव सिंह, कोषाध्यक्ष कृष्णा शर्मा काली एवं जिला मीडिया प्रभारी प्रेम झा व आईटी सेल के सह प्रभारी उज्जवल सिंह मौजूद रहे। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सबसे विवादास्पद और अभद्र प्रवक्ताओं में से एक आलोक शर्मा जमशेदपुर आए और रट्टू तोते की तरह बिना सिर-पैर की बातें करके चले गए। उन्हें शायद यह स्मरण करना चाहिए कि जिन आरोपों को वे यहां उछालकर गए हैं, वे आरोप उनकी ही गठबंधन सरकार के खिलाफ जाते हैं। 

यदि उनके आरोप सही हैं, तो उनकी सरकार पिछले पांच सालों में एक भी जांच करके दोषियों को जेल क्यों नहीं भेज पाई? सुधांशु ओझा ने कहा कि अजय कुमार ने एसपी रहते जमशेदपुर के मजदूरों एवं बस्तीवासियों पर सबसे अधिक अत्याचार किया था। उराँव बस्ती के 70 आदिवासियों की जहरीली शराब से हुई मौत भी उनके ही कार्यकाल की देन थी।  उरांव बस्ती के 70 आदिवासियों की मौत के बाद उनके पीड़ित परिवारों को कोई मुआवजे ना देना पड़े, इसके लिए बिना पोस्टमार्टम के ही उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा था। उस समय तत्कालीन विधायक रघुवर दास के नेतृत्व में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, भूतपूर्व सांसद बागुन सुंब्रुई, स्व. सुशील मोदी समेत कई नेताओं ने उग्र आंदोलन कर मृतकों के पोस्टमार्टम की जांच शुरू करवाई थी। इसके बाद रघुवर दास ने भाजपा की सरकार आते ही आदिवासी समाज के सभी पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी एवं मुआवजा दिलाया था। इस जहरीली कांड में एसपी रहते डॉ अजय की निरंकुशता और तानाशाही को लोग आज भी भूले नही हैं। इसको लेकर तबके मुख्यमंत्री लालू यादव ने एसपी अजय कुमार के बारे में कहा था- जमशेदपुर में ईरानी पुलिस सर्विस काम कर रही है। 

भाजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने डॉ अजय कुमार के कार्यकाल में मजदूरों के हितों, बोनस एवं उनके विभिन्न मुद्दों पर संघर्ष कर रहे मजदूर नेता वी जी गोपाल की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि आज भी उनकी हत्या एक रहस्य बनकर रह गयी। एसपी रहते डॉ अजय ने टेल्को ग्वाला बस्ती के गायत्री नगर में पानी का पाइपलाइन कटवाकर लोगों को पेयजल के लिए तरसाया था। बर्मामाइंस रघुवर नगर के लोगों पर कितनी लाठियां बरसवायी और कितने मुकदमे किये। जिसका दंश वे आज भी झेल रहे हैं।

 भुइयांडीह के निर्मल नगर, कल्याण नगर, भुइयां नगर में पानी के कनेक्शन को लेकर आंदोलनरत बस्तीवासियों एवं तत्कालीन विधायक रघुवर दास सहित सैकड़ों नागरिकों की धुनाई टाटा प्रबंधन के इशारे पर हुई थी। बर्मामाइंस लॊन-टॊन बस्ती को एसपी रहते उसने खुद आधी रात को तोड़वाया और कई परिवारों को बेघर कर दिया। तबके तत्कालीन विधायक रघुवर दास ने ही उन्हें दूसरी जगह बसाया और क्षेत्र को सजाया और संवारा। वहां के निवासियों ने रघुबर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए उस बस्ती का नाम ही रघुवर नगर रखा था।

मजदूरों की नगरी में डॉ अजय ने टेल्को (टाटा मोटर्स) के डीजीएम (एचआर) रहते हुए मजदूरों का जो शोषण किया, उसे शायद हीं लोग भूले होंगे। अजय कुमार ने मजदूरों के मसीहा और तत्कालीन टेल्को वर्कर्स यूनियन के महामंत्री गोपेश्वर के कड़े विरोध के बावजूद इंशेंटिव बोनस और एडिशनल बोनस में कटौती कर फिक्स कर दिया। इससे मजदूरों को भारी आर्थिक नुकसान सहना पड़ा। फिक्स होने के कारण अब कामगारों को काफी कम बोनस की राशि मिलती है।

वहीं, भाजपा जिला महामंत्री संजीव सिंह ने कहा कि पॉलिटिकल टूर पर जमशेदपुर आने वाले डॉ अजय कुमार एवं उनके नेता पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाते हैं। उन्हें यह बताना चाहिए कि 25 वर्षों में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जमशेदपुर, रांची में कितनी जमीन अपने नाम की है। यही नहीं, जनता को यह भी बताएं कि उनके प्रत्याशी अजय कुमार ने कितनी जमीन और संपत्ति अर्जित की है। संजीव सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार की जननी कांग्रेस जिनके नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी नेशनल हेराल्ड केस में बेल पर हैं। आज जब कांग्रेस के नेता भ्रष्टाचार पर बात करते हैं, तो यह उनकी दोहरी सोच और पाखंड का स्पष्ट उदाहरण बन जाता है। कांग्रेस के नेतृत्व में भ्रष्टाचार पनपा और फला-फूला है। झारखंड में उनके मंत्री के घरों से नोटों के पहाड़ मिलते हैं, उनके सांसद के घर से अलमारी भरकर नोट मिलते हैं। आज उनके मुंह से नैतिकता और ईमानदारी की बातें जनता की आंखों में सिर्फ धूल झोंकने जैसा है। 

संजीव सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में जमशेदपुर ही नही बल्कि पूरे झारखंड में विकास की अभूतपूर्व गाथा लिखी गयी। जमशेदपुर में महिला विश्वविद्यालय, प्रोफेशनल कॉलेज, टाटा-मणिपाल मेडिकल कॉलेज, 500 बेड का नया एमजीएम अस्पताल, एनएच 33, सड़कों का चौड़ीकरण, मोहरदा जलापूर्ति योजना, पॉवर सब स्टेशन निर्माण एवं पावर ग्रिड की स्थापना, पार्कों का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना, मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना, 1 रुपये में जमीन रजिस्ट्री समेत सभी बस्तियों में जनता की मूलभूत सुविधाऐं सुनिश्चित की गई। जिस केबुल कंपनी को लेकर डॉ अजय बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं वे वहां सांसद रहते कभी झांकने तक नही गए हैं। 

वहां की बस्तियों में बिजली, पानी, सड़कें, नाली, सीवरेज, स्ट्रीट लाइट, हाई मास्ट लाइट समेत साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था रघुवर दास ने कायम की। लेकिन पांच साल में झामुमो-कांग्रेस की सरकार ने बस्तियों एवं बस्तीवासियों की तरफ ध्यान देना भी उचित नही समझा। संजीव सिंह ने कहा कि वादाखिलाफी, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, अराजकता, तुष्टिकरण, महिला उत्पीड़न, ध्वस्त विधि और स्वास्थ्य व्यवस्था, और खनिज संपदाओं की खुली लूट से जमशेदपुर एवं पूरे झारखंड में झामुमो-कांग्रेस सरकार के खिलाफ आक्रोश चरम पर है, इस बार के चुनाव में जनता इन्हें जवाब देने को तैयार बैठी है।

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