कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में अनियमितताओं के आरोपों पर चुनाव आयोग की आलोचना की

Politics

न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

*नई दिल्ली* - कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में अनियमितताओं के आरोपों को खारिज करने के बाद चुनाव आयोग पर तीखा हमला किया है। पार्टी ने कहा है कि यदि चुनाव आयोग का लक्ष्य "तटस्थता के अंतिम निशान को छीनना" है, तो वह इस दिशा में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है।

कांग्रेस का बयान

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग का जवाब "दूसरों को नीचा दिखाने वाला" था। पार्टी ने चेतावनी दी कि अगर आयोग इस तरह की भाषा पर अड़ा रहता है, तो उसके पास कानूनी सहारा लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। कांग्रेस के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश सहित नौ वरिष्ठ नेताओं द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा गया है, "हमने आपकी प्रतिक्रिया का सावधानीपूर्वक अध्ययन किया है। आश्चर्य नहीं कि चुनाव आयोग ने खुद को क्लीन चिट दे दी है।"

अनियमितताओं के आरोप

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि आयोग की प्रतिक्रिया का लहजा और भाव, इस्तेमाल की गई भाषा और कांग्रेस के खिलाफ लगाए गए आरोप उन्हें जवाबी प्रतिक्रिया प्रस्तुत करने के लिए मजबूर करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि आयोग भूल गया है कि यह संविधान के तहत गठित एक निकाय है और इसे महत्वपूर्ण कार्यों का निर्वहन करना है।

सुनवाई का अधिकार

कांग्रेस महासचिव रमेश ने 10 विधायकों की शिकायतों का जिक्र करते हुए कहा कि "ईसीआई ने हरियाणा के 20 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस की शिकायत का कोई जवाब नहीं दिया।" पत्र में कहा गया है कि यदि आयोग किसी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय पार्टी को सुनवाई का मौका देता है, तो यह एक कर्तव्य का निष्पादन होगा।

कानूनी कार्रवाई की चेतावनी

कांग्रेस ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर आयोग सुनवाई की अनुमति देने से इनकार करता है या शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करता, तो कानून उसे उच्च न्यायालयों के असाधारण अधिकार क्षेत्र का सहारा लेने की अनुमति देता है। पार्टी ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग का हर जवाब अब व्यक्तिगत हमलों से भरा हुआ प्रतीत होता है।

भाजपा की जीत

हरियाणा में 5 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज कर सत्ता बरकरार रखी, जबकि कांग्रेस को 37 सीटें मिलीं। इनेलो को दो और निर्दलीयों को तीन सीटें मिलीं।

इस प्रकार, कांग्रेस ने चुनाव आयोग के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए आगामी कदम उठाने की संभावना जाहिर की है, जिससे राजनीतिक माहौल और भी गरमाने की संभावना बढ़ गई है।

Related Post