सीएम हेमंत सोरेन बोले, झारखंड में ना तो UCC और ना NRC होगा लागू

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न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

गढ़वा-सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में ना तो UCC और ना ही NRC लागू किया जाएगा. यहां सिर्फ सीएनटी और एसपीटी रहेगा. ये घर-परिवार को तोड़ने में लगे हैं. ये जहर उगलते हैं. उनके आगे विषधर भी फेल है. इन लोगों से बच के रहना है. पांच साल के दौरान हम लोगों ने कितनी चुनौतियों का सामना किया, ये आप सभी ने देखा है. वे गढ़वा में झामुमो प्रत्याशी और मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मतदान करने की अपील कर रहे थे.  

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बीजेपी जुमलेबाज है. ये लोग यहां का बेटा और आदिवासी-मूलवासी को हटाना चाहते हैं. जब हमलोगों ने आपके लिए काम करना शुरू किया, तो इन लोगों ने झूठे आरोप में उन्हें जेल में डाल दिया. इन्हें यहां के आदिवासी-मूलवासी, दलित और पिछड़ों से कोई मतलब नहीं है. उन्हें यहां से मतलब है तो सिर्फ यहां की खनिज-संपदा से है. झारखंड की खनिज-संपदा का 1 लाख 36 हजार करोड़ बकाया केंद्र सरकार नहीं दे रही है.

हेमंत सोरेन ने कहा कि यहां की माता-बहनों के सम्मान में वे आर्थिक सहयोग कर रहे हैं. आने वाले 5 वर्ष में हर घर में एक लाख रुपये पहुंचने का काम करेंगे. हमलोगों ने कानून बना दिया है कि जिनके खाते में 1000 रुपए जा रहा है. वह 2500 रुपए हो जाएगा. इन्हें अगर मौका लग गया तो यह आपके शरीर से कतरा-कतरा खून निकाल लेंगे. पांच वर्ष से ये सत्ता से बेदखल हैं. आज भारतीय जनता पार्टी का पेड़ सूखता जा रहा है. आने वाले समय में फिर पांच साल तक इन्हें बाहर करेंगे और इन्हें जड़ से उखाड़ कर रख देंगे.

हेमंत सोरेन ने कहा ये लोग कहते हैं जेपीएससी और सीजीएल परीक्षा के जरिए हुई नियुक्ति की सीबीआई से जांच कराएंगे. हमने सीजीएल परीक्षा की पूरी जांच कर ली है. लोग चिन्हित हो चुके हैं, जिन्होंने गड़बड़ी करने की कोशिश की, गड़बड़ी तो कर नहीं पाए, लेकिन पकड़े जा चुके हैं. चुनाव समाप्त होते ही वे सभी जेल जाएंगे. इन लोगों ने हमारे कार्यकाल को पूरा नहीं होने दिया. एक माह हमारा कार्यकाल बचा हुआ था. इन्होंने एक माह पूर्व चुनाव करा दिया. इन्हें पता था कि एक अगर माह मैं और यहां के लोगों के कार्य कर दिया तो इनकी पूरी तरह से भद्द पीट जाएगी.

हेमंत सोरेन ने कहा ये लोग बांग्लादेशी घुसपैठ की बात करते हैं. वे पूछना चाहते हैं कि देश के प्रधानमंत्री बोल रहे थे कि देश संविधान से चलेगा. कायदे-कानून से चलेगा. हर वर्ग, हर समाज को हक और अधिकार मिलेगा. वे यह जानना चाहते हैं कि बांग्लादेश के साथ अंदर ही अंदर कोई समझौता है क्या? बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री का अपने यहां प्लेन उतारने क्यों दिया? उन्हें किस आधार पर शरण दे रखा है? यह बताइए झारखंड में बिजली उत्पादन होता है और बांग्लादेश में सप्लाई करते हैं और बांग्लादेशी घुसपैठ की बात करते हैं. बांग्लादेश की सीमा की सुरक्षा किसके जिम्मे हैं? भारत सरकार के जिम्मे में है. इसमें राज्य सरकार का कोई रोल नहीं है.

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