पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का हमला: झारखंड आदिवासियों के लिए बना है या घुसपैठियों के लिए?
न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता
सरायकेला।झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के वरिष्ठ नेता चंपाई सोरेन ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर कांग्रेस और झारखंड की वर्तमान सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सवाल उठाया है कि झारखंड राज्य आदिवासियों और मूलवासियों के लिए बना है या घुसपैठियों के लिए।
उन्होंने एक पुराने बयान का जिक्र करते हुए कहा कि एक समय कांग्रेस के नेता ने कहा था कि देश के संसाधनों पर एक वर्ग विशेष का पहला अधिकार है। अब झारखंड कांग्रेस के प्रभारी घुसपैठियों को सस्ता गैस सिलेंडर देने की बात कर रहे हैं। चंपाई सोरेन ने इसे कांग्रेस की "विचारधारा और मानसिकता" पर सवाल खड़ा करते हुए आदिवासियों और मूलवासियों के अधिकारों के खिलाफ बताया।
संथाल परगना में सरकारी जमीन पर घुसपैठ का आरोप
चंपाई सोरेन ने आरोप लगाया कि संथाल परगना में कांग्रेस के संरक्षण में सरकारी जमीन पर घुसपैठियों को बसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घुसपैठिए आदिवासियों की जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं और बहन-बेटियों पर अत्याचार कर रहे हैं। चंपाई ने जनता से आग्रह किया कि वे समझें कि इन अपराधियों को समर्थन और हिम्मत किन लोगों से मिल रही है।
उन्होंने कांग्रेस पर झारखंड आंदोलन को कुचलने का भी आरोप लगाया। उनके अनुसार, कांग्रेस ने आंदोलनकारियों पर गोली चलवाने और संथाली भाषा आंदोलन को अनदेखा करने का इतिहास बनाया है। उन्होंने सवाल किया कि ऐसे दल से झारखंड के विकास की उम्मीद करना व्यर्थ है।
भाजपा को दिया झारखंड राज्य निर्माण का श्रेय
चंपाई सोरेन ने भाजपा के नेतृत्व वाली अटल बिहारी वाजपेयी सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने आदिवासियों के संघर्ष को सम्मान देते हुए झारखंड राज्य का निर्माण किया। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने संथाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करवाकर आदिवासियों की संस्कृति और भाषा को पहचान दिलाई।
उन्होंने देश की मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का उल्लेख करते हुए कहा कि यह भाजपा के नेतृत्व की वजह से ही संभव हो पाया कि एक आदिवासी परिवार की बेटी आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन है।
"भ्रष्ट सरकार की उलटी गिनती शुरू"
झारखंड की मौजूदा सरकार पर हमला बोलते हुए चंपाई सोरेन ने इसे आदिवासी विरोधी बताया और कहा कि राज्य की जनता, विशेषकर कोल्हान और संथाल परगना क्षेत्र के लोग, इस भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनने से ही आदिवासियों के हक और सम्मान की रक्षा हो सकेगी।
चंपाई सोरेन के इस बयान के बाद झारखंड की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। आदिवासी और मूलवासी मुद्दों पर हो रहे इस राजनीतिक विमर्श ने आगामी चुनावों से पहले राज्य की राजनीति को और गरमा दिया है।
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