धनबाद में पिकअप वैन ने महिला समेत चार को रौंदा, तीन की मौत

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न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

धनबाद-गोविंदपुर थाना क्षेत्र के फकीरडीह (जीटी रोड) के समीप एक पिकअप वैन ने एक महिला और तीन बच्चियों को रौंद दिया. इससे महिला और एक बच्ची की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी, जबकि एक बच्ची ने अस्पताल जाने के क्रम में दम तोड़ दिया. गंभीर रूप से घायल एक बच्ची का गोविंदपुर के निजी अस्पताल में इलाज के बाद धनबाद रेफर कर दिया गया है. उसकी स्थिति खतरे से बाहर है. घटना से आक्रोशित फकीरडीह के ग्रामीणों ने तीन घंटे तक जीटी रोड जाम रखा. बीडीओ जहीर आलम, डीएसपी शंकर कामती, अंचल निरीक्षक कुमार सत्यम भारद्वाज और पुलिस इंस्पेक्टर रुस्तम अली के प्रयास के बाद सड़क जाम हटाया गया. वाहनों की आवाजाही सामान्य होने में पांच घंटे लग गए.

फकीरडीह गांव के जफर मंसूरी की विधवा पुत्री रूबी खातून (28 वर्ष) अपनी बेटी सिफत परवीन (8 वर्ष), बहन जानवी उर्फ आयत परवीन (15 वर्ष) और पड़ोसी जहांगीर शाह की पुत्री शाहिदा खातून (12 वर्ष) को ट्यूशन भेजने के लिए रोड पार करा रही थी. इसी बीच पिकअप वैन (बी 33 जीए 8814) के चालक ने चारों को बुरी तरह कुचल दिया. एक मारुति ओमनी को धक्का मारते हुए एक घर के दरवाजे को क्षतिग्रस्त करते हुए फंस गया. इस घटना में रूबी खातून तथा जानवी की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. सीफत परवीन की मृत्यु अस्पताल ले जाने के क्रम में हुई. रूबी के पति की सालभर पूर्व ही उत्तराखंड में मौत हो गयी थी. उसकी ससुराल पश्चिम बंगाल के कुल्टी में है. विधवा होने के बाद वह अपने मायके में रहकर अपना एवं अपनी दो बच्चियों का पालन-पोषण करती थी. वह गोविंदपुर की एक कपड़ा दुकान में काम करती थी.

सड़क जाम कर रहे लोग नहीं माने, तो अपना नर्सिंग होम के निर्देशक मो सलाउद्दीन ने मोर्चा संभाला. उन्होंने सभी से सहयोग राशि देने की अपील की. उन्होंने भी मृतक के परिजनों को अपनी ओर से 60 हजार रुपये नकद दिए. घायल शाहिदा खातून के इलाज के लिए सलाउद्दीन ने 30 हजार की मदद की. घायल के इलाज के लिए बीडीओ ने 20 हजार रुपये, पुलिस इंस्पेक्टर ने 10 हजार और अनवर अंसारी ने 10 हजार रुपये सहायता राशि दी. दुर्घटना को अंजाम देने वाले वाहन मालिक ने तीनों मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपया मुआवजा और घायल के इलाज में मदद का आश्वासन दिया है.

पुत्री औ नतनी की मौत के बाद भी जफर मंसूरी ने मानवता का परिचय दिया. पेशे से चालक जफर ने आपा नहीं खोया. उसने पिकअप वैन के नीचे अपनी पुत्री और नतनी की लाश देखी, तो वैन के ड्राइवर से कहा कि जल्दी यहां से भागो, नहीं तो लोग तुम्हारी जान ले लेंगे. इसके बाद पिकअप वैन का चालक फरार हो गया. उसे बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.

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