राजस्थान में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने SDM को थप्पड़ मारा, हिंसक झड़प हुई, 60 लोगों के साथ 8 पुलिसकर्मी घायल,इंटरनेट बंद

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न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

राजस्थान : टोंक जिले में देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान एक विवादास्पद घटना में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने उप-जिलाधिकारी (SDM) अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। यह घटना तब हुई जब मीणा ने आरोप लगाया कि SDM ने फर्जी मतदान कराने का प्रयास किया।

घटना का विवरण

बुधवार को मतदान के दौरान, नरेश मीणा ने SDM पर आरोप लगाया कि वह ईवीएम में उनके चुनाव चिह्न को धुंधला कर रहे थे। इस पर गुस्साए मीणा ने SDM को थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।

पुलिस कार्रवाई और हिंसा

घटना के बाद, पुलिस ने मीणा को गिरफ्तार करने की कोशिश की, जिसके चलते उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें पथराव और वाहनों में आग लगाने की घटनाएं शामिल थीं। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस झड़प में लगभग 60 लोग घायल हुए, जिनमें 8 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।

नरेश मीणा का बयान

नरेश मीणा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने SDM को थप्पड़ मारने का कदम उठाया क्योंकि वह फर्जी मतदान करवा रहे थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि पुलिस ने उनके साथियों और ग्रामीणों पर बर्बरता की, आंसू गैस छोड़ी और मिर्ची बम का इस्तेमाल किया। मीणा ने कहा, "हमने पुलिस वालों को ठोका है।"

प्रशासनिक प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद राजस्थान प्रशासनिक सेवा अधिकारी संघ ने नरेश मीणा की गिरफ्तारी की मांग की है। संघ के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो वे प्रदेशभर में पेन डाउन हड़ताल करेंगे।

वर्तमान स्थिति

पुलिस ने कहा है कि वे नरेश मीणा की तलाश कर रहे हैं और कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।

यह घटना चुनावी प्रक्रिया के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने की चुनौतियों को दर्शाती है और लोकतांत्रिक मूल्यों पर गंभीर सवाल उठाती है।

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