दो नक्सली गिरफ्तार, मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश

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*पलामू में पुलिस की बड़ी कार्रवाई: दो नक्सली गिरफ्तार, मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश*

न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता
पलामू: जिले के हुसैनाबाद अनुमंडल में पुलिस ने नक्सली संगठनों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। 13 अगस्त 2024 की शाम को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापामारी करते हुए प्रतिबंधित माओवादी संगठन के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया और एक मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश किया।

*गुप्त सूचना पर हुआ छापा*

पुलिस को सूचना मिली थी कि माओवादी संगठन के नितेश यादव के दस्ते के सक्रिय सदस्य प्रसिद्ध परहैया अपने सहयोगी दौलत यादव के साथ केमो प्रतापपुर गांव के लक्ष्मण परहैया के पाही में देखा गया है। इस जानकारी पर कार्रवाई करते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुसैनाबाद, मुकेश कुमार महतो, के नेतृत्व में हुसैनाबाद और हैदरनगर थाना के पुलिस अधिकारियों और सशस्त्र बलों का एक छापामारी दल गठित किया गया।

*घेराबंदी और गिरफ्तारी*

छापामारी दल ने लक्ष्मण परहैया के पाही की घेराबंदी की, जहां से तीन संदिग्ध व्यक्ति भागने लगे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दो व्यक्तियों को पकड़ लिया, जिनकी पहचान प्रसिद्ध परहैया (पिता- बालकेश्वर परहैया) और दौलत यादव (पिता- संजय यादव) के रूप में हुई। दोनों आरोपी हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के कुरदाग टोला कसियाड के निवासी हैं।

*हथियार और मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा*

गिरफ्तार दौलत यादव के कमर से एक लोडेड देशी कट्टा बरामद किया गया। पुलिस ने मौके पर ही एक मिनी गन फैक्ट्री का भी खुलासा किया, जहां से हथियार बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले कई उपकरण और सामग्री बरामद हुई। इसमें .315 बोर का एक जिंदा कारतूस, भरठुआ बंदूक के अर्द्धनिर्मित बट, लोहे की लेथ मशीन, और अन्य कई हथियार बनाने के उपकरण शामिल हैं।

*प्रसिद्ध परहैया का आपराधिक इतिहास*

प्रसिद्ध परहैया का पुराना आपराधिक इतिहास है और उसने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया कि वह जून माह में सडेया-डंडिला सड़क निर्माण कार्य में लगे जेसीबी और ट्रैक्टर को आग लगाने की घटना में शामिल था। इस वारदात में उसने नितेश यादव, सीताराम रजवार उर्फ रमन रजवार, संजय यादव उर्फ गोदराम, राजेंद्र सिंह, विवेक यादव उर्फ सुनील यादव और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर भाग लिया था।

*एफआईआर दर्ज, आगे की जांच जारी*

पुलिस ने इस मामले में हुसैनाबाद थाना में कांड संख्या-181/2024 के तहत आर्म्स एक्ट और सीएलए एक्ट की विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। गिरफ्तार आरोपियों से आगे की पूछताछ की जा रही है और पुलिस को उम्मीद है कि इस कार्रवाई से नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।

इस सफल छापामारी अभियान से क्षेत्र में सुरक्षा बलों का मनोबल और बढ़ा है, जबकि नक्सली संगठनों को करारा झटका लगा है।

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