भद्रक में इंटरनेट सेवा निलंबित: ओडिशा सरकार का कदम सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए
न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता
ओडिशा :सरकार ने भद्रक जिले में इंटरनेट सेवाओं को 30 सितंबर तक निलंबित करने का निर्णय लिया है। यह कदम सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों और हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर उठाया गया है।
आधिकारिक आदेश
राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव सत्यव्रत साहू द्वारा जारी आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि गृह विभाग ने भद्रक जिले में इंटरनेट और डेटा सेवाओं के माध्यम से व्हाट्सएप, फेसबुक, एक्स और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
आदेश में उल्लेख किया गया है, "राज्य सरकार के संज्ञान में आया है कि हाल के दिनों में सोशल मीडिया पोस्टिंग के कारण भद्रक और धामनगर क्षेत्रों में विभिन्न हिंसक सांप्रदायिक घटनाएं हुई हैं। इस दौरान जिला प्रशासन ने सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के लिए इंटरनेट के दुरुपयोग की चिंता व्यक्त की है।"
सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध
भद्रक कस्बे में सार्वजनिक समारोहों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। यह निर्णय एक समुदाय द्वारा अपनी धार्मिक मान्यताओं से संबंधित एक फेसबुक पोस्ट को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद लिया गया, जो बाद में हिंसक हो गए थे। इन प्रदर्शनों में कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
प्रदर्शनकारियों की कार्रवाई
पुलिस के अनुसार, 600 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने कचेरीबाजार और पुरुनाबाजार को जोड़ने वाले संथिया पुल को जाम कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने उस पोस्ट के लिए जिम्मेदार व्यक्ति की गिरफ्तारी की मांग की। जब पुलिस ने रैली के दौरान लोगों को हिरासत में लेने की कोशिश की, तो भीड़ जबरन आगे बढ़ गई, जिसके बाद लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके जवाब में, कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया।
निष्कर्ष
इस स्थिति को देखते हुए ओडिशा सरकार का यह निर्णय शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए आवश्यक समझा गया है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि इंटरनेट सेवा निलंबन का उद्देश्य किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक हिंसा को रोकना है।
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