बदलापुर में नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ उभरा जन आक्रोश

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बदलापुर में नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ उभरा जन आक्रोश

ठाणे जिले के रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन के चलते प्रभावित हुई ट्रेन सेवाएं

न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

महाराष्ट्र:मंगलवार को, ठाणे जिले के बदलापुर रेलवे स्टेशन पर दो नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। आंदोलनकारियों ने पटरियों को अवरुद्ध कर दिया, जिसके कारण लोकल ट्रेनें रुक गईं। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने पुष्टि की कि इस प्रदर्शन के कारण ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं।

घटना का विवरण

यह घटना 12-13 अगस्त 2024 को हुई थी, जब सुबह की कक्षा में जाने वाली लड़कियां स्कूल के शौचालय का उपयोग करने गई थीं। स्कूल प्रबंधन ने लड़कियों के शौचालय के लिए कोई महिला कर्मचारी नियुक्त नहीं की थी। आरोपी, अक्षय शिंदे, को 1 अगस्त 2024 को अनुबंध के आधार पर सफाई कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया गया था। उसने लड़कियों के शौचालय की सफाई का काम करने का फायदा उठाकर उनका यौन शोषण किया।

माता-पिता की प्रतिक्रिया

यौन उत्पीड़न का मामला तब प्रकाश में आया जब एक लड़की ने स्कूल से घर लौटने पर अपने माता-पिता से अपने गुप्तांगों में दर्द की शिकायत की। आगे पूछताछ करने पर उसने बताया कि जब वह शौचालय का उपयोग करने गई थी, तब आरोपी ने उसके गुप्तांगों को छुआ था। माता-पिता ने इस घटना के बारे में अन्य माता-पिता से संपर्क किया, जिन्होंने बताया कि उनकी बेटी भी स्कूल जाने से डरती है।

पुलिस कार्रवाई और जांच

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। जांच के दौरान, स्कूल प्रबंधन की ओर से कई खामियां और लापरवाही सामने आई हैं। कुछ अभिभावकों ने बताया कि लड़कियों के शौचालय में कोई महिला अटेंडेंट नहीं थी और स्कूल में लगे कई सीसीटीवी कैमरे भी काम नहीं कर रहे थे।

स्थानीय निवासियों का गुस्सा

इस घटना ने बदलापुर के निवासियों में गहरा गुस्सा पैदा कर दिया है। वे न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। आंदोलनकारियों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।

निष्कर्ष

यह घटना न केवल स्थानीय समुदाय के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है, बल्कि यह समाज में सुरक्षा और जिम्मेदारी की आवश्यकता को भी उजागर करती है। सभी संबंधित अधिकारियों को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

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