मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निजी सचिव पर आयकर विभाग की छापेमारी से बड़ा खुलासा,10 कंपनियों की निदेशक हैं पत्नी

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न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

*राँची:* झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निजी सचिव (PS) सुनील श्रीवास्तव और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर आयकर विभाग द्वारा छापेमारी का सिलसिला जारी है। यह कार्रवाई रविवार को भी जारी रही, जो शनिवार की सुबह शुरू हुई थी। राँची और जमशेदपुर में कुल 17 स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।

छापेमारी के दौरान मिले सबूत

छापेमारी के पहले दिन, सुनील श्रीवास्तव के करीबी रिश्तेदार के जमशेदपुर स्थित घर से लगभग 24 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। इसके अलावा, श्रीवास्तव के घर से जेवरात और दस्तावेज भी मिले हैं, जिनमें उनकी पत्नी के 10 कंपनियों में निदेशक होने की जानकारी शामिल है। अन्य ठिकानों से अघोषित आय और उसके निवेश से संबंधित दस्तावेज भी प्राप्त हुए हैं।

सांसद निशिकांत दुबे का आरोप

गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग करते हुए लिखा कि सुनील श्रीवास्तव की पत्नी, सत्या श्रीवास्तव, ग्लोबल इन्फ़ा कंपनी में 50 प्रतिशत हिस्सेदार हैं, जिसमें 25 करोड़ रुपये अवैध रूप से मिले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सत्या श्रीवास्तव ने SDM सेल्स कंपनी बनाई है, जिसमें 40 करोड़ रुपये अवैध रूप से पाए गए हैं।

दुबे ने आगे बताया कि सुनील श्रीवास्तव की पत्नी दुबई की कंपनियों में भी हिस्सेदारी रखती हैं, जिनका उल्लेख न तो RBI से अनुमति में है और न ही आयकर रिटर्न में। उन्होंने यह भी बताया कि अभी 10 लॉकर खुलना बाकी हैं, जिनमें और भी धनराशि मिलने की संभावना है।

छापेमारी की प्रक्रिया

आयकर विभाग की टीम ने सुनील श्रीवास्तव और उनसे जुड़े लोगों के कुल नौ ठिकानों पर छापेमारी शुरू की थी, जिसमें जमशेदपुर के आठ ठिकाने भी शामिल हैं। राँची में कटहल मोड़ इलाके में कुछ नए ठिकानों पर भी छापेमारी की गई, जो सुनील श्रीवास्तव के भाई सुशील श्रीवास्तव द्वारा संचालित अंकुर नर्सरी से संबंधित थे।

सुनील श्रीवास्तव का परिचय

सुनील श्रीवास्तव झारखंड सरकार में एक जूनियर इंजीनियर थे और बाद में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निजी सचिव बने। सरकारी सेवा के दौरान उन पर व्यापारिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगा था। इसके बाद उन्होंने वीआरएस लिया और बाहरी कोटे से मुख्यमंत्री के पीएस पद पर नियुक्त हुए।

यह मामला विधानसभा चुनावों से पहले धन बल के दुरुपयोग को रोकने के संदर्भ में महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की योजना बना रहे हैं।

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