लखनऊ में महिला दरोगा का अनोखा उत्पीड़न: 87 नंबरों से परेशान करने वाला शोहदा

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खनऊ में महिला दरोगा का अनोखा उत्पीड़न: 87 नंबरों से परेशान करने वाला शोहदा

न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

यूपी: राजधानी लखनऊ में एक महिला दरोगा के साथ एक अजीब और चिंताजनक मामला सामने आया है, जहां वह खुद ही एक शोहदे के उत्पीड़न का शिकार बन गई हैं। इस घटना ने न केवल पुलिस महकमे को बल्कि समाज को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है कि महिलाएं कितनी असुरक्षित हैं।

घटना की शुरुआत

महिला दरोगा ने बताया कि चार महीने पहले उन्हें एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को प्रयागराज के हंडिया निवासी आयुष्मान पांडेय बताया और शादी की पेशकश की। जब महिला दरोगा ने इस प्रस्ताव को ठुकराया, तो शोहदे ने दोस्ती करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया।

बढ़ता उत्पीड़न

जब महिला ने फोन उठाना बंद कर दिया, तो शोहदा और भी बेशर्म हो गया। उसने एक के बाद एक 87 अलग-अलग मोबाइल नंबरों से कॉल करना शुरू कर दिया। महिला ने सभी नंबरों को ब्लॉक कर दिया, लेकिन शोहदा अपनी हरकतों से बाज नहीं आया।

जान से मारने की धमकी

महिला दरोगा ने बताया कि जब उन्होंने शोहदे के कॉल का जवाब देना बंद कर दिया, तो वह सीधे थाने आ धमका और उन्हें जान से मारने की धमकी दी। इस डरावनी स्थिति में आकर, पीड़िता ने अंततः महिला थाने में एफआईआर दर्ज कराने का निर्णय लिया।

पुलिस की कार्रवाई

इस मामले में पुलिस ने अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की है, लेकिन महिला दरोगा की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है। यह मामला एक बार फिर से यह सवाल उठाता है कि क्या महिलाएं अपने कार्यस्थल पर भी सुरक्षित हैं?

समाज पर प्रभाव

इस घटना ने न केवल पुलिस बल के भीतर, बल्कि समाज में भी महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना इस बात का संकेत है कि महिलाओं को उत्पीड़न का सामना करना पड़ सकता है, चाहे वे कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हों।

महिला दरोगा की यह कहानी न केवल एक व्यक्तिगत संघर्ष है, बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक समस्या की ओर भी इशारा करती है, जिसे हल करने की आवश्यकता है।

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