कर्नाटक सरकार की नई योजना: विश्व बैंक से 5000 करोड़ रुपये का कर्ज लेकर बेंगलुरु के बुनियादी ढांचे में सुधार
बेंगलुरु की दशा सुधारने के लिए वित्तीय सहायता की मांग
न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता
कर्नाटक: सरकार ने बेंगलुरु के बुनियादी ढांचे को सुधारने और प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा के लिए विश्व बैंक से 5000 करोड़ रुपये का कर्ज लेने की योजना बनाई है। यह कदम राज्य सरकार द्वारा दी गई पांच गारंटियों को पूरा करने में आ रही वित्तीय चुनौतियों के बीच उठाया गया है। मुफ्तखोरी की चुनौतियाँ
कांग्रेस पार्टी द्वारा सत्ता में आने के बाद, मुफ्त राशन, बिजली, महिलाओं और बेरोजगार युवाओं को भत्ते, और महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा जैसी गारंटियों को पूरा करना एक बड़ी चुनौती बन गया है। इन योजनाओं के लिए भारी पूंजी की आवश्यकता है, जिसके कारण राज्य का खजाना प्रभावित हो रहा है।
डिजास्टर रेजिलिएंस इनिशिएटिव
कर्नाटक सरकार ने विश्व बैंक से सहायता मांगने वाले प्रस्ताव को "डिजास्टर रेजिलिएंस इनिशिएटिव" नाम दिया है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य बेंगलुरु के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाना है, जिससे शहर प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अधिक सुरक्षित हो सके।
जल निकासी व्यवस्था पर ध्यान
इस परियोजना के तहत, बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) के लिए आवंटित राशि का बड़ा हिस्सा जल निकासी तंत्र को पुनर्गठित और आधुनिक बनाने पर खर्च किया जाएगा। पिछले दो दशकों में जल निकासी व्यवस्था की अनदेखी के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना
कर्नाटक सरकार नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने की योजना भी बना रही है, ताकि आधुनिक स्वच्छता बुनियादी ढांचे की जरूरतों को पूरा किया जा सके। अधिकारियों का कहना है कि BBMP और BWSSB में सुधारात्मक कदम उठाने पर विचार किया जा रहा है।
व्यापक विकास योजना का हिस्सा
यह महत्वाकांक्षी योजना कर्नाटक सरकार की 1.3 लाख करोड़ रुपये की व्यापक विकास योजना का हिस्सा है। अधिकारियों का मानना है कि इन निवेशों से जीवन स्तर में सुधार होगा, निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ेगी, नवाचार को बढ़ावा मिलेगा, और बेंगलुरु को एक वैश्विक व्यापार और प्रौद्योगिकी केंद्र के रूप में स्थापित किया जा सकेगा।
निष्कर्ष
कर्नाटक सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से न केवल बेंगलुरु के बुनियादी ढांचे में सुधार होगा, बल्कि यह राज्य की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करने में मदद कर सकता है। विश्व बैंक से मिली सहायता से जल निकासी और स्वच्छता सुविधाओं में सुधार होगा, जो शहरवासियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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