विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को किया गया जागरूक
न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता
चाईबासा: आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस अवसर पर सदर अस्पताल के परिसर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस उपलक्ष्य में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता माह मनाया जाना है। इस वर्ष मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता माह का थीम "It is time to prioritise Mental Health in the Workplace" यानी कार्य स्थल पर मानसिक स्वास्थ्य बहुत बड़ा एवं महत्वपूर्ण मुद्दा है। मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन जिला के सदर अस्पताल के प्रांगण में सिविल सर्जन डॉक्टर सुशांतो कुमार मांझी, सेक्रेटरी डालसा, राजीव कुमार सिंह, बाल विकास रक्षण आयोग के विकास कुमार दोराई ,लीगल एड डिफेंस काउंसिल के श्री सुरेंद्र कुमार दास एवं सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर शिवचरण हादसा के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करके किया गया मौके पर जिला एनसीडी कार्यालय के स्वास्थ्य कर्मी एवं अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।
इस मौके पर सृष्टि, चाईबासा के प्रकाश कुमार गुप्ता के द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक कैसी सजा मानसिक स्वास्थ्य पर आधारित की प्रस्तुति की गई है ।उक्त नाटक मानसिक रोग से ग्रसित होने के लक्षण एवं इसके समाधान के बारे में सुंदर रूपांतरण प्रस्तुत किया गया।
डॉक्टर सुशांतो कुमार मांझी सिविल सर्जन, पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा के द्वारा आम जनों को संबोधित करते हुए कहा कि यह दिन मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य का समर्थन करने का प्रयासों को संगठित करने के लिए समर्पित है। मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए मदद हम कैसे लें यह पहचानना महत्वपूर्ण है कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज संभव है, और मदद मांगना कमजोरी नहीं बल्कि ताकत का संकेत है। अगर आप यह आपका कोई परीचित मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहा है, तो कुछ कदम है जिनका लाभ आप ले सकते हैं।
जिसमें अपने किसी भरोसेमंद दोस्त परिवार के सदस्य सहकर्मी से बात करें कि आप क्या अनुभव कर रहे हैं।
मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सक या परामर्श दाता जैसे मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों से मदद ले। टेली मानस का नंबर नोट करें:- 14416 या 18008914416, यह किसी भी प्रकार की मानसिक स्वास्थ्य सहायता के लिए 24 * 7 टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर है। यह स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा संचालित है और NIMHANS, बेंगलुरू द्वारा समन्वय है।
स्वयं का देखभाल का अभ्यास करें ऐसी गतिविधियों में शामिल हो जो स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है जैसे व्यायाम ,ध्यान और पौष्टिक आहार।
मानसिक स्वास्थ्य बीमारियों के स्थाई इलाज के लिए दवा, थेरेपी, जीवन शैली में बदलाव और सहायता की प्रणाली शामिल है। मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों को प्रभावी ढंग से प्रभावित करने के लिए प्रारंभिक हस्तक्षेप एवं निरंतर देखभाल महत्वपूर्ण होता है।
राजीव कुमार सिंह डालसा सेक्रेटरी ने आम जनों का संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में ज्यादातर समय लोगों का सोशल मीडिया में व्यस्त रहने के कारण आपसी हिंसा का मामला काफी आ रही है, इसे देखते हुए सोशल मीडिया में ज्यादा व्यस्त ना होकर हमें परिवारों के साथ समय बिताना अपने बच्चों को सप्ताह में एक दिन समय निकालकर उसे उसके प्रोग्रेस के बारे में पूछना एवं किसी भी मानसिक समस्या के जानकारी लेनी चाहिए। ऐसा करने से हमारा मानसिक तनाव बहुत हद तक कम होता है। एवं सिविल सर्जन चाईबासा को धन्यवाद देते हुए कहा की पहले मानसिक रोगियों को रिनपास या सीइपी जाना पर रहा था। लेकिन अभी सदर अस्पताल चाईबासा में मानसिक रोगियों का बहुत अच्छे मानसिक रोगियों को काउंसलिंग दी जा रही है।
श्री विकास कुमार दोजराज, बाल विकास संरक्षण आयोग के सदस्य ने आम जनों का संबोधित करते हुए कहा की मानसिक स्वास्थ्य की शुरुआत 1992 में वर्ल्ड फेडरेशन का मेंटल हेल्थ की पहल पर हुई थी इसका उद्देश्य विश्व में मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसके समर्थन में प्रयास करना है। हमारे सदर अस्पताल एवं इसके योजनाओं के द्वारा इसका लाभ दी जा रही है जिसकी पूरा व्यवस्था बाल विकास संरक्षण आयोग के द्वारा देखरेख की जा रही है। सुरेंद्र कुमार दास लीगल एंड डिफेंस काउंसलिंग के द्वारा आम जनों को संबोधित करते हुए बताया कि इसे लेकर मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कानून के बारे में जानकारी दी एवं इसके पहल के बारे में बताया।
डॉक्टर शिवचरण हसदा, उपाधीक्षक सदर अस्पताल चाईबासा के द्वारा कहा गया की हमें आंतरिक जीवन में मन साफ रखना चाहिए एवं छोटी-छोटी बातों के क्लेश से बचना चाहिए। अस्पताल स्वास्थ्य कर्मी होने के नाते हमारे जिम्मेदारी है कि हमें मरीजों के साथ अच्छे भाव रखना है, काम के प्रेशर के कारण नशा एवं गलत विचारों से बचने के लिए प्रेरित किया।
जय सुरीन,साइकैटरिस्ट सोशल वर्कर, सदर अस्पताल चाईबासा के द्वारा संबोधित करते हुए बताया गया। मानसिक स्वास्थ्य हमारे समग्र स्वास्थ्य का एक अभिन्न हिस्सा है जो हमारी भावनात्मक एवं मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण को प्रभावित करता है साथ ही राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी भारत सरकार के द्वारा NMHP कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जो मानसिक स्वास्थ्य से ग्रसित मरीजों के लिए है। मानसिक स्वास्थ्य की जागरूकता एवं मानसिक बीमारी से बचाव के लिए एक कविता प्रस्तुत करके उपस्थित लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्रेरित किया।
डॉक्टर भाग्यश्री कर क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट सदर अस्पताल चाईबासा ने संबोधित करते कहा कि मानसिक बीमारी जैसे अवसाद, फोबिया के बारे में बताया इसके रोकथाम के तरीकों को बताया एवं मानसिक रोग से संबंधित आने वाले परेशानियों के बारे में अवगत कराया साथ ही मानसिक स्वास्थ्य रोगियों को डॉक्टर और परामर्श दाता से मिलकर आप अपने समस्या का समाधान कर सकते हैं के बारे में जानकारी दी।
आज के आयोजित कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला कार्यक्रम सहायक हरिशंकर, साइकैटरिस्ट सोशल वर्कर जया सुरीन और एनसीडी काउंसलर अंजलि एवं एनसीडी स्टाफ नर्स निभारन सहित विभाग के अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी उपस्थित थे।
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