रांची के सीयूजे में कृति कैनवास ई-पत्रिका का लोकार्पण

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रांची के सीयूजे में कृति कैनवास ई-पत्रिका का लोकार्पण

न्यूज़ मीडिया किरण संवाददाता

रांची : झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के अंग्रेजी अध्ययन विभाग में त्रैमासिक ई पत्रिका, कृतिकैनवास का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया, जो साहित्यिक दुनिया में डिजिटल क्रांति की और एक महत्वपूर्ण कदम था साथ ही विभाग के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था। 
कार्यक्रम का शुभारंभ तिलक लगाकर और बुके देकर किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में विश्विद्यालय के कुलपति, प्रो. क्षिति भूषण दास, ने समारोह की शोभा बढ़ाई। साथ ही  एफ०ओ०, प्रो. प्रदीप कुमार पांडा, विभागाध्यक्ष (डॉ. मयंक रंजन), प्रभारी अधिष्ठाता (प्रो. सुचेता सेन चौधरी), हिंदी विभागाध्यक्ष (रत्नेश विश्वकसेन), विभाग के अन्य सह एवं सहायक प्रोफेसर (डा. रंजीत कुमार, डा. सुधांशु शेखर, श्री रचित कुमार, डा. महिमा कश्यप) एवं अन्य विभाग के प्रोफेसर तथा छात्र भी उपस्थित थे। विभाग की छात्रा आयुषी मुस्कान ने अतिथिगण का स्वागत किया एवं सिमरन कुमारी ने अपना भाषण प्रस्तुत किया साथ ही साथ महुल भट्टाचार्य तथा अमन कुमार ने अपने अनुभव को साझा किया।

मुख्य अतिथि माननीय कुलपति जी के द्वारा ई पत्रिका का औपचारिक लोकार्पण किया गया। छात्रा आयुषी मुस्कान ने ई मैगजीन  की रूपरेखा और उसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान विभागाध्यक्ष, प्रभारीअधिष्ठाता और कुलपति ने अपनी विचार को साझा किया। कुलपति महोदय ने  लेखन, सोच, पठन और दक्षता (practice makes man professional) पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने विभाग को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा की पत्रिका द्वारा चुना गया नाम काफी नवीन है, उन्होंने कृति कैनवास के अर्थ पर जोर दिया कि कैनवास आपके मन को रंग देता है और कृति उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि ई मैगजीन एक ऐसा मंच है जिसके माध्यम से छात्र अपनी रचनाएं ऑनलाइन प्रकाशित कर सकेंगे और व्यापक पाठक वर्ग तक पहुंच पाएंगे। उन्होंने एटॉमिक हैबिट पुस्तक पढ़ने के अपने अनुभव को भी साझा किया और हमें लेखन के महत्व के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने संचार, संस्कृति से जुड़ाव और कलम की शक्ति के विषय में बात की, जो अब टैब की शक्ति में बदल गई है। 
विभागाध्यक्ष ने ई पत्रिका की टीम की सराहना की और उन्हें प्रेरित किया और आश्वस्त किया कि पत्रिका में एनईपी के प्रावधानों के अनुसार मातृभाषा वाले खंड में अन्य भाषाओं को भी संगलित किया जाएगा।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. महिमा कश्यप मैम ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस प्रकार कृति कैनवस ई मैगजीन का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और इसके माध्यम से साहित्यिक जगत को एक नया और समृद्ध मंच प्राप्त हुआ। अंग्रेजी अध्ययन विभाग की यह पहल, छात्र एवं शिक्षकों के लिए प्रेरणादायक अनुभव रहा। सभी ने इस आयोजन की प्रशंसा की और भविष्य में ऐसे और आयोजनों की आशा जताई।

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